ठंड के मौसम में दिल का खास ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि यह मौसम आपके को खतरे में डाल सकता है, खासकर अगर आपको पहले से ही कोई दिल की बीमारी है. यह लोकल टेंपरेचर, हवा के दबाव, हवा और नमी जैसे कई फैक्टर्स के कारण हो सकता है. इस खबर में जानिए कि ठंड का मौसम आपके दिल की सेहत को कैसे प्रभावित कर सकती है, सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक आने का मामला....
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, जानें ठंड के मौसम में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा
दरअसल, ठंड के मौसम में आपको गर्म रखने के लिए आपके दिल को पूरे शरीर में ऑक्सीजन पंप करने के लिए दोगुनी ज्यादा परिश्रम करनी पड़ती है, ऐसे में ठंड के कारण आपकी रक्त वाहिकाएं और कोरोनरी धमनियां सिकुड़ सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और ब्लड फ्लो रूक हो सकता है. जिसके कारण हार्ट को ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो सकती है, जो अंत में दिल के दौरे का कारण बन सकती है.
दिल करनी पड़ती है दोगुनी मेहनत
इसके अलावा, ठंड के मौसम में आपके दिल को शरीर में तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. ऐसी स्थिति में हाइपोथर्मिया हो सकता है, एक ऐसी स्थिति जब शरीर सामान्य से ज्यादा तेजी से गर्मी खो देता है, जिसके परिणामस्वरूप हार्ट मसल डैमेज हो जाती हैं. वहीं, सर्दियों के दौरान इमोशनल स्ट्रेस, जिसे सीजनल इफेक्टिव डिसऑर्डर के रूप में भी जाना जाता है, स्ट्रेस हार्मोन के लेवल को बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
सर्दियों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा किसे होता है?
- जिन लोगों को पहले से कार्डियक प्रॉब्लम का इतिहास रहा हो
- जिन लोगों को पहले भी हार्ट अटैक आ चुका हो
- हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोग
- स्मोकिंग करने वाले और ज्यादा शराब पीने वाले
- जो लोग गतिहीन जीवन शैली अपनाते हैं