हैदराबाद: कई लोग किडनी स्टोन या गुर्दे में पथरी की समस्या में बीयर के सेवन की बात कहते हैं. आमतौर पर लोग कहते हैं कि इस समस्या में जितनी ज्यादा बीयर पियेंगे, उतनी जल्दी शरीर से पथरी बाहर निकलेगी. वहीं लोगों में यह भ्रम भी पाया जाता है कि किडनी स्टोन की समस्या में यदि बीयर का सेवन किया जाये तो दवाओं की जरूरत भी नहीं पड़ती है. लेकिन चिकित्सक इन बातों से पूरी तरह इत्तेफाक नहीं रखते हैं.
चिकित्सकों का कहना है कि बियर में पाए जाने वाले मूत्रवर्धक गुण मूत्र को बढ़ा सकते हैं जो ज़्यादा छोटे आकार की पथरी/स्टोन में लाभकारी हो सकते हैं और शरीर से मूत्र के माध्यम से बाहर निकलने में कुछ हद तक मदद कर सकते हैं. लेकिन ऐसा किडनी स्टोन के हर मामले में संभव नहीं है और बियर पीना किडनी स्टोन की समस्या का इलाज नहीं है. इसके अलावा ज्यादा मात्रा में बीयर का सेवन शरीर को किसी तरह का फायदा नहीं देता है, बल्कि इसमें मौजूद अल्कोहल शरीर को कई तरह से नुकसान जरूर पहुंचा सकता है.
क्या है किडनी स्टोन की समस्या
नवी मुंबई के यूरोलॉजिस्ट डॉ साकेत नवानी बताते हैं कि किडनी स्टोन जिसे गुर्दे की पथरी भी कहा जाता है, एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो हर 10 में से 1 व्यक्ति में नजर आ सकती है. यह समस्या महिला या पुरुष किसी को भी हो सकती है. लेकिन इसके सबसे ज्यादा मामले 30 से 40 साल के पुरुषों में देखने में आते हैं. दरअसल इस समस्या में गुर्दे के अंदर खनिजों और लवणों से बने छोटे-छोटे कण कठोर होकर छोटे आकार के पत्थर जैसे बन जाते हैं. किडनी स्टोन का दर्द असहनीय हो सकता है और यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है.
लक्षण : स्टोन के आकार तथा वह किस जगह पर है, के आधार पर किडनी स्टोन के लक्षण अलग-अलग लोगों में भिन्न-भिन्न हो सकते हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- कमर, पीठ के निचले हिस्से या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द हो सकता है. यह दर्द अचानक शुरू हो सकता है और कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रह सकता है.
- मूत्र में खून आना, जिसे हेमटुरिया कहते हैं, किडनी स्टोन का एक प्रमुख लक्षण है. इस समस्या में मूत्र का रंग गुलाबी, लाल या भूरा हो सकता है.
- किडनी स्टोन की समस्या में पेशाब करते समय मूत्र मार्ग में जलन या तेज दर्द भी महसूस हो सकता है.
- इस समस्या में पेशाब करने की बार-बार इच्छा होना लेकिन ज्यादातर बहुत कम मात्रा में पेशाब आने जैसी समस्या भी होने लगती है.
- किडनी स्टोन के कारण पेट में दर्द और असुविधा के कारण जी मिचलाना और उल्टी जैस समस्याएं हो सकती है.
- यदि पथरी के कारण मूत्र संक्रमण हो जाता है, तो बुखार और ठंड लगना भी संभव है.
निदान: वह बताते हैं कि यदि किडनी में स्टोन काफी ज्यादा छोटे आकार में हो तो सामान्यतः चिकित्सक पीड़ित को कुछ समय के लिए दर्द निवारक व मूत्रवर्धक दवाओं के साथ ज्यादा मात्रा में पानी व अन्य तरल पदार्थों लेने की सलाह देते हैं, जिससे पथरी मूत्र के साथ अपने आप शरीर से बाहर निकल जाए. किडनी स्टोन के 70 से ज्यादा प्रतिशत मामलों में इससे राहत मिल जाती है. लेकिन यदि पथरी का आकार ज्यादा बड़ा हो, पथरी ऐसे स्थान पर फंसी हो जहां से वह अपने आप नहीं निकल सकती है या फिर कुछ अन्य अवस्थाओं में लिथोट्रिप्सी, यूरेटेरोस्कोपी, परक्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटॉमी तथा लेप्रोस्कोपिक सर्जरी जैसे उपचार की मदद लेना जरूरी हो जाता है.