वायनाड लैंडस्लाइल के बाद मलयालम सिनेमा पर छाया संकट, फिल्मों की रिलीज डेट पोस्टपोन होने से हुआ करोड़ों का नुकसान! - Landslide and Malayalam Cinema
Landslide and Malayalam Cinema: वायनाड लैंडस्लाइल के बाद मलयालम सिनेमा संकट में है. ट्रेड विश्लेषकों का अनुमान है कि कई फिल्मों की रिलीज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से मलयालम सिनेमा को 30 करोड़ रुपये तक का नुकसान हुआ है.
हैदराबाद: मलयालम सिनेमा केरल सरकार के राजस्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. हाल ही में वायनाड में हुई लैंडस्लाइड की घटना ने फिल्म क्षेत्र को काफी प्रभावित किया है. हालांकि इस कठिन समय में कई फिल्मी सितारे आगे आए हैं और जनता की मदद करने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में धनराशि दान किए हैं. विक्रम, रश्मिका मंदाना, सूर्या, कार्थी, ज्योतिका, कमल हासन और पर्ली मणि जैसी मशहूर हस्तियों ने पैसे डोनेट किए हैं.
आपदा के शुरुआती दिनों में एक्ट्रेस निखिला विमल ने राहत कार्यों के लिए स्वेच्छा से काम किया. वहीं, मंजू वॉरियर और टोविनो थॉमस जैसे सितारों ने आधिकारिक राहत केंद्रों को सहायता पहुंचाने के लिए दिशा-निर्देश देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. पर्ली मनी सहित कई मशहूर हस्तियों ने अपने डोनेशन के बारे में जनता को आश्वस्त करने के लिए अपने दान किए गए धनराशि का पेपर ऑनलाइन शेयर किया है.
मलयालम सिनेमा पर प्रभाव वायनाड लैंडस्लाइड की घटना से फिल्म इंडस्ट्री पर प्रभाव पड़ा है. कई फिल्मों की रिलीज अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. मंजू वारियर की 'फुटेज', आसिफ अली की 'आदियोस अमीगो' और 'चिटिनी' जैसी फिल्मों की रिलीज डेट को पोस्टपोन कर दिया गया है.
ट्रेड एनालिस्ट्स का अनुमान है कि मलयालम सिनेमा पर फाइनेंशियल इम्पैक्ट पड़ सकता है. इंडस्ट्री को इससे लगभग 30 करोड़ रुपये तक नुकसान होगा. हालांकि थिएटर ओनर्स एसोसिएशन के सदस्य सुरेश शेनॉय इससे सहमत नहीं हैं. उनका कहना है कि मलयालम सिनेमा को नुकसान लगभग 10 से 15 करोड़ रुपये के बीच होने की संभावना है. सिनेमाघरों की स्थिति वैसी ही है जैसी 2018 की बाढ़ के दौरान थी.
शेनॉय ने राजस्व में गिरावट का कारण पिछले दो हफ्तों में केरल में हो रही कलेक्शन में कमी को बताया. सुरेश शेनॉय ने बताया कि पिछले छह महीनों में मलयालम सिनेमा का कुल कारोबार लगभग 1,000 करोड़ रुपये था, लेकिन हाल ही में व्यवधानों के कारण इसमें काफी गिरावट आई है.
उन्होंने कहा कि पीवीआर को छोड़कर अधिकांश कंपनियां स्वतंत्र हैं और वह स्कॉट मार्केट को रिफ्लेक्ट नहीं करती हैं, जिससे निजी व्यक्तियों और सरकारी कर राजस्व पर असर पड़ता है.
प्रोडक्शन में देरी और फिल्मांकन जारी प्रोड्यूसर एसोसिएशन के अनुसार, इडुक्की और पलक्कड़ में भारी बारिश और प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण लगभग 30 प्रतिशत फिल्म शूटिंग रोक दी गई है. हालांकि, 'एम्पुरान' जैसी प्रमुख फिल्मों की शूटिंग दक्षिणी केरल और अन्य स्थानों पर जारी है. फिलहाल फिल्म इंडस्ट्री के कुछ लोग आपदा से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के साथ-साथ राहत प्रयासों का समर्थन करने के लिए आगे आ रही है.