हैदराबाद: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों अपनी आगामी फिल्म इमरजेंसी के लिए तैयार है. यह फिल्म गणतंत्र दिवस के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. फिल्म के प्रमोशन के लिए वह कई सारे प्रोग्राम में जा रही हैं. एक्ट्रेस का एक इंटरव्यू सामने आया है, जिसमें वह फिल्म के किए गए संघर्ष, परेशानियां और राजनेता जय प्रकाश नारायण के बारे में खुलासा किया.
इंटरव्यू के दौरान कंगना रनौत से इमरजेंसी बनाते वक्त आने वाली परेशानियों के बारे में पूछा गया. इस कंगना ने कहा, 'इस फिल्म को बनाने में काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा. जैसा कि आपने देखा होगा कि आज तक किसी ने भी इंदिरा गांधी पर फिल्म नहीं बना पाया. छोटे-मोटे सीन में तो उन्हें दिखाया गया है, लेकिन कोई भी मिसेस गांधी पर इंटायर्ड फिल्म नहीं बना पाया है.
इस डायरेक्टर ने कर ली थी आत्महत्या
कंगना ने कहा, 'एक फिल्म बनी थी, जिसका नाम फिल्म किस्सा कुर्सी का था. इसका किस्सा आज भी चलते हैं. आखिर में इस फिल्म को आत्महत्या करना पड़ा था, इस तरह का माहौल उनके लिए बना दिया गया था. तो आज के दौर में भी ये है. सबसे पहले तो हिम्मत ही नहीं हो रही थी. लेकिन हमने बनाया. इस फिल्म को कई समूहों को दिखानी पड़ी. इस फिल्म की हर चीज, चाहे वो डॉक्यूमेंट्री हिस्ट्री हो, प्रमाण देना हो, फिल्म का सोर्स देना हो, हर चीज पर हमने काम किया है. उसको पार करते हुए हम यहां तक पहुंचे हैं. यह देश के संविधान, सेंसर का विश्वास हो, जो उन्हें इसे स्वीकृति दी है'.
फिल्म में अनुपम खेर राजनेता जयप्रकाश नारायण की भूमिका निभा रहे है. इस भूमिका के लिए अनुपम ने कंगना की मेहनत की सराहना की है. वहीं, कंगना ने जेपी नारायण के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने उनके जीवन पर प्रकाश डाला है. इतना ही नहीं, कंगना ने अनुपम को अपनी फिल्म का हीरो और खुद को एंटी-हीरो कहा है. कंगना ने कहा, 'मेरे लिए अनुपम जी का फिल्म में रहना बहुत जरूरी था. अगर वो फिल्म में नहीं होते तो मैं शायद फिल्म ही नहीं बनाती'.