हैदराबाद: फिल्म मेकर पायल कपाड़िया अपनी फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' के साथ इंटरनेशनल लेवल पर धूम मचा रही हैं. 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' ने मई में कान्स में ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म बनकर इतिहास रच दिया था. गोल्डन ग्लोब के लिए नॉमिनेशन हासिल करने वाली इस फिल्म ने 2025 ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन आर्ट्स (बाफ्टा) अवॉर्ड्स की लिस्ट में अपना नाम दर्ज किया है. इसका नाम बेस्ट डायरेक्टर समेत तीन कैटेगरी के लिए चुना गया है.
ब्रिटिश अकादमी ने शुक्रवार शाम को अपने आगामी अवॉर्ड फंक्शन के लिए 25 कैटेगरी की वोटिंग से पहले दौर की कुछ जानकारी साझा किए है. पायल कपाड़िया की मलयालम-हिंदी फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' ने 10 फिल्मों की तीन लॉन्गलिस्ट्स में जगह बनाई है. 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' को बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले और बेस्ट नॉन इंग्लिश लैंग्वेज कैटेगरी में शामिल किया गया है.
'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' के अलावा संध्या सूरी की 'संतोष' और करण कंधारी की 'सिस्टर मिडनाइट' को ब्रिटिश राइटर, डायरेक्टर या प्रोड्यूसर द्वारा आउटस्टैंडिंग डेब्यू के लिए नॉमिनेट किया गया है.
इंडियन ओरिजिन ब्रिटिश एक्टर देव पटेल को भी उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'मंकी मैन' के लिए नॉमिनेट किया गया है. देव पटेल को लीडिंग एक्टर की सूची में नॉमिनेट किया गया है.
पायल कपड़िया की फिल्म को तीन नॉमिनेशन 82वें गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में दो नॉमिनेशन मिलने के कुछ सप्ताह बाद मिले हैं. मलयालम-हिंदी फिल्म, जो पायल कपाड़िया की पहली फीचर निर्देशन फिल्म है, को 6 जनवरी को आयोजित होने वाले अवॉर्ड फंक्शन में बेस्ट मोशन पिक्चर नॉन इंग्लिश लैंग्वेज और बेस्ट डायरेक्शन - मोशन पिक्चर के लिए नॉमिनेट किया गया है. इस फिल्म को हाल ही में न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्किल ने बेस्ट इंटरनेशनल फिल्म का खिताब दिया गया था और गोथम अवार्ड्स में इसी कैटेगरी में अवॉर्ड भी जीता था.