लखनऊ :बॉलीवुड के दमदार और शानदार अभिनेता मनोज बाजपेयी अपनी अपकमिंग फिल्म 'साइलेंस 2 : द नाइट आउल बार शूटआउट' के प्रमोशन के लिए लखनऊ पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा कि इस फिल्म में वह एसीपी अविनाश वर्मा के किरदार में नजर आएंगे. यह फिल्म बहुत ही शानदार है और साइलेंस-1 से अलग है. इसमें एक अलग स्टोरी है. दर्शकों को बांधे रखने वाली इस सीक्वल फिल्म में एसीपी अविनाश वर्मा एक और पेचीदा मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए एक दिलचस्प सफर पर निकलते हैं. मुंबई के एक बार में हुई बेतरतीब गोलीबारी से पूरे शहर में दहशत फैल गई. एसीपी अविनाश को इस मामले की तहकीकात करने की जिम्मेदारी मिलती है और जब वह अपनी टीम के साथ घटना स्थल का दौरा करते हैं, तब उन्हें कई हैरान करने वाले सुराग मिलते हैं. हालांकि, जांच में उस वक्त चौंकाने वाला मोड़ आता है जब और भी कई लोगों की मौत हो जाती है. जिसके बाद दिल दहला देने वाले रहस्यों का जाल खुल जाता है.
मनोज बाजपेयी ने कहा कि 'जिस प्रोजेक्ट में आपने दिलों जान से मेहनत की हो, उसे आखिरकार सफल होते देखने के उत्साह को कोई मात नहीं दे सकता. 'साइलेंस 2 : द नाइट आउल बार शूटआउट' के प्रीमियर के लिए मैं सचमुच बेहद उत्साहित महसूस कर रहा हूं और मुझे उस लम्हे का बेसब्री से इंतजार है, जब दर्शक इस फिल्म में रोमांच और कौतूहल का रोलर कोस्टर सवारी का भरपूर आनंद लेंगे. हर बार लखनऊ आने पर मुझे बहुत खुशी मिलती है'.
ओटीटी पर गाली का चलन बढ़ती जा रही है? इस प्रश्न पर उन्होंने कहा कि बहुत ऐसी अच्छी फिल्में भी हैं, जिनमें गाली का इस्तेमाल किया गया है. ओटीटी पर भी इस्तेमाल हो रहा है. इसे रोका नहीं जा सकता. क्योंकि, यह हमारी आम बोलचाल की भाषा में भी शामिल है. सिनेमा समाज का दर्पण होता है, इसलिए समाज में जो चीज हो रही है, वही दिखाया जाता है. ऐसा नहीं है कि इस पर पाबंदी नहीं है. ओटीटी पर भी जब भी कोई इस तरह की फिल्म बनती है. जिसमें गाली का इस्तेमाल होता है, उस पर यह प्रतिबंध होता है कि यह फिल्म 18 वर्ष से अधिक के लोग ही देखें'.