आगरा: आगरा की एमपी-एमएलए कोर्ट में गुरुवार को अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत से जुड़े केस की सुनवाई हुई. हालांकि अभिनेत्री कोर्ट में नहीं पहुंचीं. पक्ष रखने के लिए उनके अधिवक्ता भी नहीं पहुंचे. मामले में अब अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी. पिछली सुनवाई 18 दिसंबर को हुई थी. इसमें भी अभिनेत्री नहीं पहुंचीं थीं और उनके वकील भी नहीं आए थे. इस पर कोर्ट ने अगली तारीख 2 जनवरी नियत की थी. कोर्ट ने कंगना के पते पर नोटिस भेजे है. इसमें राष्ट्रद्रोह के आरोपों से घिरी अभिनेत्री को कोर्ट में हाजिर होने का निर्देश दिया गया था.
बता दें कि आगरा के वादी वरिष्ठ कांग्रेस नेता व अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने आगरा के विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट में कंगना रनौत के विरुद्ध देशद्रोह व राष्ट्र अपमान की धाराओं में 11 सितंबर 2024 को वाद दायर किया था. आरोप था कि भाजपा सांसद व अभिनेत्री कंगना ने 26 अगस्त 2024 को एक साक्षात्कार में केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले किसानों को हत्यारा बताने के साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर भी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया था. इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी.
कोर्ट कर सकता है तलबः वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैया ने बताया कि स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह की ओर से कंगना रनौत के दिल्ली एवं कुल्लू मनाली हिमाचल के पते पर नोटिस भेजे गए, जो तामील हुए. लेकिन कंगना अभी तक एक भी नोटिस पर कोर्ट की सुनवाई में ना तो खुद आईं और ना ही उनकी ओर से अधिवक्ता कोर्ट में हाजिर हुए. इस पर हमने पैरवी की. जिस पर कोर्ट ने इस मामले में अगली तारीख अगली सुनवाई की तारीख 9 जनवरी दी है. वादी व राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा का कहना है कि अभिनेत्री कोर्ट के नोटिस हल्के में ले रही हैं. इसलिए, कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही हैं. अगली तारीख पर कोर्ट अभिनेत्री और सांसद को तलब करने का आदेश जारी कर सकता है.
देश, किसान और महात्मा गांधी का सम्मान जरूरीः रमाशंकर शर्मा का कहना है कि अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत के विवादित बयान से बेहद आहत हूं. मैं एक किसान परिवार से हूं. मैंने पिता के साथ खेतों में काम किया. वकालत से पूर्व करीब 30 वर्ष तक कृषि कार्य किया है. देश, किसानों के प्रति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति पूर्ण रूप से श्रद्धा भाव व सम्मान मैं रखता हूं. देश के किसानों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने तथा महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का अपमान की किसी को अनुमति नहीं है. सांसद ने देश के लाखों किसानों पर अशोभनीय टिप्पणी की, जो बर्दाश्त नहीं है. ये राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र के अपमान जैसा गंभीर अपराध है. इसमें इस मामले में अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना राणावत के खिलाफ राष्ट्रदोह और राष्ट्र अपमान का मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर रहा हूं.
कंगना जारी कर चुकी हैं यू टर्न वीडियोः बता दें कि कंगना रनौत ने 25 सितंबर 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक वीडियो पोस्ट करके अपने बोले शब्द वापस लेने की बात कही थी. कहा था कि मेरी बात से यदि यदि किसी को निराशा हुई है तो मुझे इसका खेद रहेगा. मैं केवल अभिनेत्री ही नहीं भाजपा की सांसद भी हूं. मेरे बयान से जिसे भी ठेस पहुंची है. उसके लिए मुझे खेद है.
BJP सांसद कंगना रनौत के बयान पर विवाद; फिर कोर्ट नहीं पहुंचीं अभिनेत्री, अगली सुनवाई 9 को - KANGNA RANAUT CASE
आगरा के अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने कोर्ट में कंगना रनौत के विरुद्ध देशद्रोह व राष्ट्र अपमान की धाराओं में दायर किया है वाद
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 2, 2025, 4:08 PM IST
आगरा: आगरा की एमपी-एमएलए कोर्ट में गुरुवार को अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत से जुड़े केस की सुनवाई हुई. हालांकि अभिनेत्री कोर्ट में नहीं पहुंचीं. पक्ष रखने के लिए उनके अधिवक्ता भी नहीं पहुंचे. मामले में अब अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी. पिछली सुनवाई 18 दिसंबर को हुई थी. इसमें भी अभिनेत्री नहीं पहुंचीं थीं और उनके वकील भी नहीं आए थे. इस पर कोर्ट ने अगली तारीख 2 जनवरी नियत की थी. कोर्ट ने कंगना के पते पर नोटिस भेजे है. इसमें राष्ट्रद्रोह के आरोपों से घिरी अभिनेत्री को कोर्ट में हाजिर होने का निर्देश दिया गया था.
बता दें कि आगरा के वादी वरिष्ठ कांग्रेस नेता व अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने आगरा के विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट में कंगना रनौत के विरुद्ध देशद्रोह व राष्ट्र अपमान की धाराओं में 11 सितंबर 2024 को वाद दायर किया था. आरोप था कि भाजपा सांसद व अभिनेत्री कंगना ने 26 अगस्त 2024 को एक साक्षात्कार में केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले किसानों को हत्यारा बताने के साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर भी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया था. इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी.
कोर्ट कर सकता है तलबः वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैया ने बताया कि स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह की ओर से कंगना रनौत के दिल्ली एवं कुल्लू मनाली हिमाचल के पते पर नोटिस भेजे गए, जो तामील हुए. लेकिन कंगना अभी तक एक भी नोटिस पर कोर्ट की सुनवाई में ना तो खुद आईं और ना ही उनकी ओर से अधिवक्ता कोर्ट में हाजिर हुए. इस पर हमने पैरवी की. जिस पर कोर्ट ने इस मामले में अगली तारीख अगली सुनवाई की तारीख 9 जनवरी दी है. वादी व राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा का कहना है कि अभिनेत्री कोर्ट के नोटिस हल्के में ले रही हैं. इसलिए, कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही हैं. अगली तारीख पर कोर्ट अभिनेत्री और सांसद को तलब करने का आदेश जारी कर सकता है.
देश, किसान और महात्मा गांधी का सम्मान जरूरीः रमाशंकर शर्मा का कहना है कि अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत के विवादित बयान से बेहद आहत हूं. मैं एक किसान परिवार से हूं. मैंने पिता के साथ खेतों में काम किया. वकालत से पूर्व करीब 30 वर्ष तक कृषि कार्य किया है. देश, किसानों के प्रति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति पूर्ण रूप से श्रद्धा भाव व सम्मान मैं रखता हूं. देश के किसानों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने तथा महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का अपमान की किसी को अनुमति नहीं है. सांसद ने देश के लाखों किसानों पर अशोभनीय टिप्पणी की, जो बर्दाश्त नहीं है. ये राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र के अपमान जैसा गंभीर अपराध है. इसमें इस मामले में अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना राणावत के खिलाफ राष्ट्रदोह और राष्ट्र अपमान का मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर रहा हूं.
कंगना जारी कर चुकी हैं यू टर्न वीडियोः बता दें कि कंगना रनौत ने 25 सितंबर 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक वीडियो पोस्ट करके अपने बोले शब्द वापस लेने की बात कही थी. कहा था कि मेरी बात से यदि यदि किसी को निराशा हुई है तो मुझे इसका खेद रहेगा. मैं केवल अभिनेत्री ही नहीं भाजपा की सांसद भी हूं. मेरे बयान से जिसे भी ठेस पहुंची है. उसके लिए मुझे खेद है.