नई दिल्ली:शनिवार को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज आम बजट पेश किया, जो 1 घंटा 14 मिनट तक चला. बजट भाषण में युवाओं, किसानों, महिलाओं, सेवा क्षेत्र, रोजगार, ऋण और विशेष पैकेज से संबंधित कई घोषणाएं की गईं. इस बजट में सरकार ने आर्थिक सुधारों को गति देने, रोजगार के अवसर बढ़ाने और तकनीकी क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है.
भाषा में छिपे संदेश
वित्त मंत्री के बजट भाषण में कुछ शब्दों का बार-बार उपयोग उनके महत्वपूर्ण बिंदुओं और सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है. भाषण में 'टैक्स' शब्द 51 बार, और 'टीडीएस/टीसीएस' 26 बार आया, जो टैक्स प्रणाली पर सरकार के फ़ोकस को दर्शाता है. इसके अलावा, 'कस्टम' और 'टैक्सपेयर' दोनों शब्दों का 22 बार उल्लेख किया गया. भारत शब्द का 21 बार ज़िक्र, ‘मेडिकल’, ‘सुधार’ और ‘किसान’ प्रत्येक का 20 बार, ‘स्कीम’ का 18 बार और ‘एक्सपोर्ट’ का 17 बार उपयोग किया गया. सरकार ने MSME को भी महत्व दिया और इस शब्द का भाषण में 15 बार ज़िक्र किया गया.
प्राथमिकता वाले क्षेत्र:बजट भाषण में युवा, कौशल और स्टार्टअप पर विशेष ध्यान दिया गया है. युवा, कौशल और विनिर्माण शब्दों का 11 बार किया गया, जबकि MSME और निर्यात को भी महत्व दिया गया. सरकार ने डिजिटल इंडिया और प्रौद्योगिकी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए AI, रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और EV बैटरी जैसे विषयों को भी बजट में जगह दी है.