विदेश में विस्तार की योजना बना रहा पंजाब नेशनल बैंक, इस देश में खोलेगा ऑफिस - International footprint of PNB - INTERNATIONAL FOOTPRINT OF PNB
International footprint of PNB- पीएनबी दुबई में प्रतिनिधि कार्यालय खोलने के लिए विदेश में अपना विस्तार करने की योजना बना रहा है. बैंक को दुबई में कार्यालय खोलने के लिए मंजूरी मिल गई है. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली:सरकारी स्वामित्व वाले पंजाब नेशनल बैंक ने अपनी वैश्विक उपस्थिति बढ़ाने की योजना के तहत दुबई में एक प्रतिनिधि कार्यालय खोलने की योजना बनाई है. पीएनबी के प्रबंध निदेशक अतुल कुमार गोयल ने मीडिया को बताया कि बैंक को दुबई में कार्यालय खोलने के लिए मंजूरी मिल गई है. साथ ही कहा कि विनियामक मंजूरी लेने की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अगर सभी विनियामक मंजूरी मिल जाती है तो प्रतिनिधि कार्यालय चालू वित्त वर्ष के दौरान खुल जाएगा.
31 मार्च, 2024 तक पीएनबी की दो सहायक कंपनियों (लंदन-यूके और भूटान), एक संयुक्त उद्यम (नेपाल), दो प्रतिनिधि कार्यालयों (म्यांमार और बांग्लादेश) के माध्यम से छह देशों में उपस्थिति थी. प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार की रणनीति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि खुदरा, कृषि, एमएसएमई (आरएएम) पोर्टफोलियो का विस्तार करने, अच्छे कॉर्पोरेट लोन देने, स्लिपेज को नियंत्रित करने और वसूली में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
अतुल कुमार गोयल ने बैंक के बढ़ोतरी पर बोला इसके अलावा, उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा आय में सुधार और गैर-ब्याज आय बढ़ाने के लिए तीसरे पक्ष के उत्पादों को बेचने से अधिक शुल्क आय प्राप्त करने पर भी जोर दिया जाएगा. ब्याज आय में सुधार के संबंध में उन्होंने कहा कि कम लागत वाली जमा CASA (चालू खाता बचत खाता) बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा.
मार्च 2024 के अंत में कुल जमा के फीसदी के रूप में CASA 41.4 प्रतिशत था, उन्होंने कहा, चालू वित्त वर्ष के अंत तक 42 फीसदी से अधिक सुधार का लक्ष्य है. बैंक का इरादा इस वित्तीय वर्ष के दौरान लोन लागत को 1 फीसदी से नीचे रखने का है. उन्होंने कहा कि इन सभी प्रयासों से, वर्ष के दौरान संपत्ति पर रिटर्न (आरओए) बढ़कर 0.8 फीसदी होने और मार्च 2025 के अंत तक 1 फीसदी को छूने की उम्मीद है, जो लाभ में पर्याप्त उछाल लाएगा. चालू वित्त वर्ष में अनुमानित कारोबारी वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि लोन वृद्धि 11 से 12 फीसदी रहने की उम्मीद है, जबकि जमा 9 से 10 फीसदी होगी.