नई दिल्ली:महंगाई की मार झेल रहे आम जनता के लिए खुशखबरी है. देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत जल्दी ही कम हो सकती है. इसकी वजह यह है कि कच्चे तेल की कीमत में जनवरी के बाद से सबसे कम लेवल पर आ गई हैं. इससे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के प्रॉफिट में मुनाफा हुआ है, और साथ ही कीमत में कटौती की गुंजाइश बन गई है. साथ ही महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पट्रोल और डीजल की ऊंची कीमत से भी राहत मिल सकती है. अभी देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से अधिक है. वहीं, डीजल की कीमत भी 90 रुपये के आसपास है.
बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भारत की कच्चे तेल की खरीद लागत पर असर पड़ता है. मंलवार को कच्चे तेल की कीमत में 5 फीसदी की गिरावट आई है. इस गिरावट के साथ ही इस साल के सबसे निचले स्तर के करीब पहुंच गया. चीन में मांग में कमी को लेकर कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आई है.
तेल कंपनियों ने बढ़ाया मार्जिन
तेल की कीमतों में लगातार गिरावट ने फ्यूल रिटेलर खासकर सरकारी मार्केटिंग कंपनियों का मार्जिन बढ़ा दिया है. घरेलू बाजार में इन कंपनियों की 90 फीसदी हिस्सेदारी है. सरकार ने आम चुनाव से पहले 14 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. यह मई 2022 के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार कटौती हुआ था.