6 लाख करोड़ डूबे..Iran-Israel की टेंशन से शेयर बाजार सहमा, जानें क्यों आई बाजार में ऐसी गिरावट - Stock Market Crash
Stock Market Crash- कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा. रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट ने बाजार में गिरावट ला दी है. जानें बाजार में गिरावट के कारण. पढ़ें पूरी खबर...
मुंबई: शेयरों में गिरावट और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई. रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट ने बाजार में गिरावट ला दी है. शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 1,264.2 अंक गिरकर 83,002.09 पर आ गया. एनएसई निफ्टी 345.3 अंक गिरकर 25,451.60 पर आ गया.
आज के प्रमुख लाभ और घाटे वाले शेयर सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से टाटा मोटर्स, एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मारुति, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक प्रमुख रूप से पिछड़े रहे. जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, सन फार्मा और एनटीपीसी लाभ में रहीं.
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.63 लाख करोड़ रुपये घटकर 469.23 लाख करोड़ रुपये रह गया.
आज शेयर बाजार में गिरावट के कारण
मध्य पूर्व में तनाव-ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती शत्रुता के बीच शेयर बाजार में गिरावट आई. इजरायली सेना ने ईरान द्वारा तेल अवीव को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमलों के बाद दक्षिणी लेबनान में जमीनी अभियान के दौरान एक टीम कमांडर सहित आठ सैनिकों की मौत की पुष्टि की. इजरायल के सैन्य प्रमुख ने आसन्न प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है.
कच्चे तेल की कीमतें-मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच तेल की कीमतों में वृद्धि हुई क्योंकि इससे प्रमुख उत्पादकों से आपूर्ति को खतरा हो सकता है. ब्रेंट क्रूड कुछ समय के लिए 75 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 72 डॉलर से ऊपर चला गया, दोनों बेंचमार्क पिछले तीन दिनों में लगभग 5 फीसदी बढ़े हैं.
सेबी ने एफएंडओ उपायों को कड़ा किया- बाजार नियामक सेबी ने वायदा और विकल्प (एफएंडओ) खंड में नियमों को कड़ा किया है. नए उपायों में प्रति एक्सचेंज साप्ताहिक समाप्ति को एक तक सीमित करना और अनुबंध के आकार को बढ़ाना शामिल है, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम कम हो सकता है.