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UAE में घुस नहीं सकेंगे पाकिस्तानी नागरिक, यूएई ने लिया बड़ा फैसला - UAE HAS BAN PAKISTANI CITIZENS

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा पर बैन लगा दिया है. जानें आखिर क्यों यूएई ने पाकिस्तानियों पर लगाया बैन?

UAE has banned Pakistani citizens
प्रतीकात्मक फोटो (Getty Image)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 20, 2024, 2:08 PM IST

नई दिल्ली: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा देना बंद कर दिया है. कई पाकिस्तानी नागरिकों को यूएई जाने के लिए वीजा की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक ​​कि पाकिस्तानी सेलिब्रिटी और बिजनेसमैन भी यूएई का वीजा नहीं ले पा रहे हैं. यूएई में पाकिस्तान के राजदूत फैजल नियाज तिरमिजी ने भी माना है कि पाकिस्तानियों को यूएई का वीजा मिलने में काफी दिक्कत आ रही है. पाकिस्तान के आम लोग भी सोशल मीडिया पर शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें यूएई का वीजा नहीं मिल रहा है.

पाकिस्तानी राजदूत ने क्या कहा?
यूएई में पाकिस्तानी दूतावास ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया है. इस पोस्ट में पाकिस्तान के राजदूत फैसल नियाज तिरमिजी कह रहे हैं, पाकिस्तानियों को वीजा न मिलने की समस्या को सुलझाने की कोशिश की जा रही है. अगर वीजा लेना है तो पाकिस्तानियों के पास रिटर्न टिकट, होटल बुकिंग और 3000 दिरहम होने चाहिए. हमने एफआईए से यह भी कहा है कि जिनके चेहरे से पता चलता है कि उनके पास वर्क वीजा नहीं है और वे पर्यटन के लिए नहीं बल्कि किसी और मकसद से जा रहे हैं, उन्हें न सिर्फ रोका जाए बल्कि उन पर प्रतिबंध भी लगाया जाए.

यूएई ने पाकिस्तानियों पर प्रतिबंध क्यों लगाया
दरअसल, पाकिस्तानी नागरिक यूएई जाकर वीजा नियमों का उल्लंघन कर रहे थे. उन पर सोशल मीडिया पर दुर्व्यवहार करने, फर्जी दस्तावेजों के जरिए यात्रा करने और यूएई में आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था. डॉन न्यूज के अनुसार, यूएई के अधिकारियों ने यूएई में पाकिस्तानी राजदूत और स्थानीय अधिकारियों के बीच हुई बैठक के दौरान ये शिकायतें व्यक्त कीं. यूएई कैबिनेट ने इन मुद्दों के आधार पर पाकिस्तानी नागरिकों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा. पाकिस्तानी दूतावास ने आधिकारिक दस्तावेजों में इसे इस्लामाबाद के साथ साझा किया है.

पाकिस्तानी यूएई कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं
यूएई अधिकारियों ने बढ़ते तनाव के कई कारणों पर प्रकाश डाला, जिसमें देश के भीतर राजनीतिक गतिविधियों और विरोध प्रदर्शनों में पाकिस्तानी नागरिकों की कथित संलिप्तता शामिल है, जो अमीराती कानूनों का सीधा उल्लंघन है. इसके अतिरिक्त, यूएई सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले कुछ पाकिस्तानियों द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट ने कथित तौर पर अशांति को बढ़ावा दिया है. नौकरी चाहने वालों के बीच फर्जी डिग्री सत्यापन और जाली पहचान पत्र और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं.

आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाकिस्तानी
अधिकारियों ने अन्य प्रवासी समुदायों की तुलना में चोरी, धोखाधड़ी, भीख मांगने, वेश्यावृत्ति और नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों सहित आपराधिक गतिविधियों में पाकिस्तानी नागरिकों की अधिक भागीदारी को भी चिन्हित किया. यूएई ने कहा कि इन मुद्दों पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की गई, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तानी नागरिकों पर वीजा प्रतिबंध लगाए गए.

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पाकिस्तानी राजदूत ने क्या कहा?
यूएई में पाकिस्तानी दूतावास ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया है. इस पोस्ट में पाकिस्तान के राजदूत फैसल नियाज तिरमिजी कह रहे हैं, पाकिस्तानियों को वीजा न मिलने की समस्या को सुलझाने की कोशिश की जा रही है. अगर वीजा लेना है तो पाकिस्तानियों के पास रिटर्न टिकट, होटल बुकिंग और 3000 दिरहम होने चाहिए. हमने एफआईए से यह भी कहा है कि जिनके चेहरे से पता चलता है कि उनके पास वर्क वीजा नहीं है और वे पर्यटन के लिए नहीं बल्कि किसी और मकसद से जा रहे हैं, उन्हें न सिर्फ रोका जाए बल्कि उन पर प्रतिबंध भी लगाया जाए.

यूएई ने पाकिस्तानियों पर प्रतिबंध क्यों लगाया
दरअसल, पाकिस्तानी नागरिक यूएई जाकर वीजा नियमों का उल्लंघन कर रहे थे. उन पर सोशल मीडिया पर दुर्व्यवहार करने, फर्जी दस्तावेजों के जरिए यात्रा करने और यूएई में आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था. डॉन न्यूज के अनुसार, यूएई के अधिकारियों ने यूएई में पाकिस्तानी राजदूत और स्थानीय अधिकारियों के बीच हुई बैठक के दौरान ये शिकायतें व्यक्त कीं. यूएई कैबिनेट ने इन मुद्दों के आधार पर पाकिस्तानी नागरिकों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा. पाकिस्तानी दूतावास ने आधिकारिक दस्तावेजों में इसे इस्लामाबाद के साथ साझा किया है.

पाकिस्तानी यूएई कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं
यूएई अधिकारियों ने बढ़ते तनाव के कई कारणों पर प्रकाश डाला, जिसमें देश के भीतर राजनीतिक गतिविधियों और विरोध प्रदर्शनों में पाकिस्तानी नागरिकों की कथित संलिप्तता शामिल है, जो अमीराती कानूनों का सीधा उल्लंघन है. इसके अतिरिक्त, यूएई सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले कुछ पाकिस्तानियों द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट ने कथित तौर पर अशांति को बढ़ावा दिया है. नौकरी चाहने वालों के बीच फर्जी डिग्री सत्यापन और जाली पहचान पत्र और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं.

आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाकिस्तानी
अधिकारियों ने अन्य प्रवासी समुदायों की तुलना में चोरी, धोखाधड़ी, भीख मांगने, वेश्यावृत्ति और नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों सहित आपराधिक गतिविधियों में पाकिस्तानी नागरिकों की अधिक भागीदारी को भी चिन्हित किया. यूएई ने कहा कि इन मुद्दों पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की गई, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तानी नागरिकों पर वीजा प्रतिबंध लगाए गए.

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