नई दिल्ली: आईएलएंडएफएस समूह अपने पूर्व निदेशकों और दो अनुषंगी की अनुषंगी इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कानूनी सलाह ले रही है, जिन्होंने उन्हें दिया गया अतिरिक्त प्रबंधकीय पारिश्रमिक लौटाने से इनकार कर दिया है. कर्ज में डूबी कंपनी ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के समक्ष दायर ताजा हलफनामे में यह जानकारी दी.
आईएलएंडएफएस पुराने निदेशक मंडल के निदेशकों तथा स्वतंत्र निदेशकों से करीब 187 करोड़ रुपये वसूलने की प्रक्रिया में है, जिनके कार्यकाल के दौरान कंपनी तथा इसकी दो अनुषंगी कंपनियों आईएफआईएन और आईटीएनएल को वित्तीय गड़बड़ी के जरिये लाभ में दिखाया गया था, हालांकि वे घाटे में थीं. एनसीएलटी के निर्देश पर इस वर्ष की शुरुआत में आईएलएंडएफएस, आईएफआईएन और आईटीएनएल के पांच वर्षों के (वित्त वर्ष 2013-14 से 2017-18 तक) खातों तथा वित्तीय विवरणों पर गौर किया था. इसमें करीब 9,600 करोड़ रुपये का घाटा पाया गया था.