नई दिल्ली:चालू वित्त वर्ष में अब तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन सालाना आधार पर 20 फीसदी बढ़कर 15.60 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पूरे वित्त वर्ष के संशोधित बजट अनुमान का 80 फीसदी है. डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के अनंतिम आंकड़ों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. बता दें कि 10 फरवरी, 2024 तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन से पता चलता है कि सकल संग्रह 18.38 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के ग्रोस कलेक्शन से 17.30 फीसदी अधिक है. सेंट्रल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा है.
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, रिफंड का नेट, वित्त वर्ष 24 के 10 फरवरी तक 15.60 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में नेट कलेक्शन से 20.25 प्रतिशत अधिक है. यह कलेक्शन 2023-24 के लिए डायरेक्ट टैक्स के कुल संशोधित अनुमान का 80.23 फीसदी है. 1 अप्रैल, 2023 से 10 फरवरी, 2024 के दौरान 2.77 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं. कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) के सकल राजस्व कलेक्शन में भी लगातार वृद्धि देखी गई है.