नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा घोषित 'मुख्यमंत्री महिला सम्मान' और 'संजीवनी' योजना को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने शनिवार को कहा, "आज जो महिलाएं मेरे घर पर आईं, वह आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता थी. केजरीवाल ने उन्हें मेरे घर पर भेजा है. मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं. मेरे परिवार ने मुझे सभ्यता और संस्कृति दी है.
प्रवेश वर्मा ने आगे कहा कि केजरीवाल तो महिलाओं से मिलते तक नहीं हैं. लेकिन मैं खुद अपनी पत्नी और बेटी के साथ उन महिलाओं से मिलने के लिए अपने घर से बाहर निकला. मगर वे बात करने नहीं आई थी, उन्हें केजरीवाल ने यहां भेजा था. केजरीवाल अपनी हार की आशंका से हताश हैं. प्रवेश वर्मा ने कहा, "मैंने कल कहा था कि वह अपनी सीट बदल सकते हैं या दो सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं. पिछले 11 साल में महिलाएं हो, गरीब हो या फिर अमीर हो, किसी के लिए कोई काम उन्होंने नहीं किया, सिर्फ झूठ बोलकर गुमराह किया. आज पूरी जनता ने तय कर लिया है केजरीवाल की जमानत जब्त करनी है."
महिला सम्मान योजना केजरीवाल का सिर्फ चुनावी स्टंट: पूर्व भाजपा सांसद ने कहा कि केजरीवाल ने चुनाव के बाद महिलाओं को 2,100 रुपये देने की घोषणा की है. फिर फर्जी कार्ड बनाना शुरू कर दिया गया है. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि उनके ही विभाग के लोगों ने कहा है कि ऐसा कोई बजट पारित नहीं हुआ और ऐसी कोई योजना स्वीकृत नहीं हुई, यह सब झूठ है. जो कुछ भी हो रहा है, वह दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए है. यह अरविंद केजरीवाल का सिर्फ चुनावी स्टंट है.
बता दें, दिल्ली सरकार ने हाल ही में 'मुख्यमंत्री महिला सम्मान' और 'संजीवनी योजना' का ऐलान किया था, जिनका उद्देश्य महिलाओं और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना था. हालांकि संबंधित विभाग ने एक नोटिस जारी करते हुए स्पष्ट किया कि ये योजनाएं अभी तक दिल्ली में आधिकारिक तौर पर लागू नहीं की गई हैं.
प्रवेश वर्मा के घर पर AAP महिला विंग कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन: आम आदमी पार्टी की महिला विंग कार्यकर्ताओं के द्वारा आज प्रवेश वर्मा के घर पर प्रदर्शन किया गया. AAP कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी से दफ्तर से निकलकर पैदल मार्च करते हुए प्रवेश वर्मा के घर तक पहुंची. उन्होंने प्रवेश वर्मा के खिलाफ नारेबाजी भी की. हालांकि बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा अपनी पत्नी और बेटी संग अपने सरकारी आवास से बाहर निकले और प्रदर्शन कर रहे महिला कार्यकर्ताओं से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने उन्हें चाय और बिस्किट भी दिए, लेकिन वो नहीं पी. प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि हमें भी 1100 दिए जाने चाहिए, सिर्फ दिल्ली विधानसभा क्यों? पूरी दिल्ली में ₹1100 महिलाओं को दिए जाने चाहिए.
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