नई दिल्ली:अगर आप अपनी सारी इनकम खर्च कर देंगे तो भविष्य के वित्तीय लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए सभी को बचत और निवेश पर ध्यान देने की जरूरत है. वेतन मिलने के बाद पूरी रकम खर्च नहीं करनी चाहिए. कुछ पैसे बचाकर रखना चाहिए. दरअसल, यह आदत बन जानी चाहिए. तभी आपका भविष्य सुरक्षित होगा.
कम समय में वित्तीय लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं है. इसके लिए आपको अच्छी तरह से योजना बनानी होगी. दीर्घकालिक लक्ष्य हासिल करने के लिए अनुशासित बचत और निवेश जारी रखना चाहिए. लेकिन इस बात का कोई सटीक जवाब नहीं है कि हमें अपनी आय का कितना फीसदी बचाना चाहिए. कितना बचाना है यह आपकी जिम्मेदारियों, वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहन करने की क्षमता और क्षमताओं के आधार पर अलग-अलग होगा.
आपका वित्तीय लक्ष्य
अपनी सैलरी या आय का कितना फीसदी बचत और निवेश में लगाना है. यह तय करने से पहले आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों का अच्छी तरह से विश्लेषण कर लेना चाहिए. अपने सपने, बच्चों की शिक्षा, रिटायरमेंट प्लान - सभी अल्पकालिक और दीर्घकालिक लक्ष्यों के बारे में सोचना चाहिए. आपको अपने निवेश की योजना उसी हिसाब से बनानी चाहिए. आपको खुद सोचना होगा कि कितना खर्च करना है, क्या बचाना है, कहां निवेश करना है, क्या टालना है. इसके लिए एक उचित योजना बनानी चाहिए. तभी यह स्पष्ट होगा कि कितना बचाना है और कितना निवेश करना है.