हैदराबादःविश्व महासागर दिवस हम सभी को याद दिलाता है कि महासागर रोजमर्रा की जिंदगी में कितनी अहम भूमिका निभाता है. यह हमारे ग्रह के फेफड़े, भोजन और दवा का एक प्रमुख स्रोत और जीवमंडल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस दिवस का उद्देश्य लोगों को महासागर पर मानवीय गतिविधियों के प्रभाव के बारे में बताना, महासागर के लिए नागरिकों का एक विश्वव्यापी आंदोलन विकसित करना और दुनिया के महासागर के सतत प्रबंधन के लिए दुनिया की आबादी को संगठित और एकजुट करना है.
महासागर ग्रह के 70 फीसदी से अधिक हिस्से को कवर करता है
महासागर ग्रह के 70 फीसदी से अधिक हिस्से को कवर करता है. यह हमारा जीवन स्रोत है, जो मानवता और पृथ्वी पर हर दूसरे जीव के पोषण का समर्थन करता है. महासागर ग्रह की कम से कम 50 फीसदी ऑक्सीजन का उत्पादन करता है, यह पृथ्वी की अधिकांश जैव विविधता का घर है और दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोगों के लिए प्रोटीन का मुख्य स्रोत है. यह उल्लेख करने की आवश्यकता नहीं है कि महासागर हमारी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें अनुमान है कि 2030 तक महासागर आधारित उद्योगों द्वारा 40 मिलियन लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके सभी लाभों के बावजूद, महासागर को अब समर्थन की आवश्यकता है.
90 फीसदी बड़ी मछलियों की आबादी हो चुकी है लुप्त
बड़ी मछलियों की 90 फीसदी आबादी समाप्त हो गई है और 50 फीसदी प्रवाल भित्तियां नष्ट हो गई हैं. हम महासागर से जितना प्राप्त कर सकते हैं, उससे अधिक ले रहे हैं. हमें महासागर के साथ एक नया संतुलन बनाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है जो अब इसके भंडार को कम न करे बल्कि इसके बजाय इसकी जीवंतता को बहाल करे और इसे नया जीवन दे.
विश्व महासागर दिवस 2024 का विषय 'नई गहराई को जागृत करें' है. संयुक्त राष्ट्र निर्णयकर्ताओं, स्वदेशी नेताओं, वैज्ञानिकों, निजी क्षेत्र के अधिकारियों, नागरिक समाज, मशहूर हस्तियों और युवा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि महासागर के साथ हमारे संबंधों को तत्काल बदलने की आवश्यकता है क्योंकि आज तक हमारे प्रयास केवल सतह पर ही पहुँचे हैं। महासागर के लिए व्यापक गति को प्रेरित करने के लिए, हमें नई गहराई को जागृत करने की आवश्यकता है.