फरीदाबाद: किफायती कीमत, बेहतर माइलेज और वातावरण को कम नुकसान पहुंचाने की वजह से ज्यादातर लोग CNG यानी कंप्रेस्ड नेचुरल गैस किट को पसंद करते हैं, लेकिन कई बार सीएनजी पेट्रोल-डीजल के मुकाबले ज्यादा खतरनाक साबित होती है. अकसर आपने देखना होगा कि सीएनजी भरवाते वक्त लोगों को गाड़ी से नीचे उतारा जाता है. आपको इसके पीछे की वजह पता है? ऑटो एक्सपर्ट केतन दत्त शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि सीएनजी भरवाते समय लोगों को गाड़ी से क्यों उतारा जाता है.
सीएनजी भरते वक्त गाड़ी से क्यों उतारा जाता है? केतन शर्मा के मुताबिक इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि कई वाहनों में फैक्ट्री फिटेड सीएनजी किट नहीं होती. कार मालिक बाहर के मैकेनिक से गाड़ी में सीएनजी किट फिट करवाते हैं. ऐसे में सीएनजी भरने वाले को ये पता नहीं होता कि सीएनजी भरने का नॉब कहां है. इन गाड़ियों में सीएनजी भरने का नॉब या तो सीट के नीचे हो सकता है या फिर पीछे बूट में. सीएनजी भरने वाले को ज्यादा परेशानी ना हो, इस वजह से गाड़ी में बैठे लोगों को बाहर निकलने को कहा जाता है.
सीएनजी भरते वक्त फट सकती है किट: इसके अलावा सीएनजी भरते समय ब्लास्ट होने का खतरा भी रहता है, क्योंकि सीएनजी भरने वाले को ये नहीं पता कि सीएनजी टैंक में लीकेज है या नहीं. अगर सीएनजी (Compressed Natural Gas) भरते समय लीकेज होता है, तो इससे ब्लास्ट का खतरा होता है. इस वजह से सीएनजी भरवाते समय गाड़ी से उतरने के लिए कहा जाता है. सीएनजी भरते समय अगर लोग गाड़ी में बैठे रहे तो गाड़ी पर दबाव ज्यादा होता है. ऐसे में ठीक ढंग से सीएनजी प्रेशर गाड़ी में नहीं भरा जा सकता.