चंडीगढ़ : हरियाणा की धरती गुरुवार को एक बार फिर से कांपी और लोगों में दहशत फैल गई. गुरुवार की शाम को धरती डोली और लोग डर के मारे घर से बाहर निकल आए. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये कोई पहली बार नहीं है, जब हरियाणा में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हो. पिछले एक साल में लगभग 7 बार धरती कांप चुकी है. अब ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिरकार हरियाणा में बार-बार भूकंप क्यों आ रहे हैं और भूकंप से हरियाणा को कितना बड़ा ख़तरा है.
धरती कांपी, लोग डरे :हरियाणा के सिरसा में गुरुवार (25 अप्रैल) की शाम को 6.10 मिनट पर अचानक से धरती हिलने लगी. कुछ देर में लोगों को अहसास हुआ कि भूकंप आया है. ऐसे में लोग फौरन दौड़ते-भागते घरों से निकले. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 दर्ज की गई. बताया जा रहा है कि ज़मीन के 10 किलोमीटर नीचे हलचल हुई और धरती कांप उठी. इस दौरान सिरसा के अलावा पंजाब और राजस्थान में भी झटके लोगों ने महसूस किए.
लगातार आते भूकंप के झटके :लेकिन ऐसा नहीं है कि हरियाणा के लोगों ने पहली बार भूकंप के झटके महसूस किए हैं. पिछले एक साल में लगभग 7 बार भूकंप के चलते हरियाणा की धरती डोल चुकी है. इसी साल 11 जनवरी 2024 को अफगानिस्तान में आए भूकंप से दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. वहीं 26 नवंबर 2023 को सुबह 4 बजे हरियाणा में धरती डोली थी और भूकंप का केंद्र सोनीपत रहा था. उस वक्त रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.0 मापी गई थी. इससे पहले 4 नवंबर 2023 को नेपाल में आए भूकंप के झटके हरियाणा के लोगों ने भी महसूस किए थे. तब गुरुग्राम समेत हरियाणा में कई जगहों पर धरती कांपी थी. वहीं 3 अक्टूबर 2023 को एक ही दिन में दो बार हरियाणा के लोगों को भूकंप का सामना करना पड़ा था. सोनीपत, जींद, रोहतक, पानीपत, रेवाड़ी, नूंह और चंडीगढ़ में झटके महसूस किए गए थे. वहीं सोनीपत में 2.7 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था. वहीं 1 सितंबर 2023 को हरियाणा के झज्जर जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब भूकंप की तीव्रता 3.3 आंकी गई थी. वहीं 24 जून 2023 को हरियाणा समेत उत्तर भारत में 3.2 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब भूकंप का केंद्र हरियाणा का रोहतक जिला रहा था. वहीं 28 मई 2023 को भी अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके हरियाणा में भी महसूस किए गए थे.
क्यों आता है भूकंप ? :अब बड़ा सवाल है कि आखिर भूकंप क्यों आते हैं ?. आपको बता दें कि धरती की सतह टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है. ये प्लेट्स जब आपस में एक-दूसरे से टकराती है तो धरती के नीचे से ऊर्जा निकलकर बाहर आने का रास्ता ढूंढती है और इसके चलते धरती हिलती है और लोगों को भूकंप के झटके महसूस होते हैं. अगर भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 से ज्यादा होगी तो भूकंप से भारी तबाही हो सकती है.