हैदराबाद : रेलवे में यात्रा करने के दौरान ट्रेन और प्लेटफॉर्म पर TTE या TC से आपका सामना होता है. लेकिन लोग अक्सर इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि क्या वे दोनों नाम एक ही अधिकारी के होते हैं या दोनों अलग-अलग अफसर होते हैं. क्या आप जानते हैं कि रेलवे के इन दोनों अफसरों में क्या अंतर है.
TTE और TC दोनों हैं अलग-अलग अधिकारी
बता दें कि TTE और TC दोनों अलग-अलग होते हैं. हालांकि दोनों का काम यात्रियों के टिकटों की जांच करना है. साथ ही बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों से जुर्माना वसूलना है. यही वजह है कि बिना टिकट यात्री काला कोट पहने अफसरों से खौफ खाते हैं.
TC रेलवे स्टेशन पर खड़े रहते हैं
रेलवे में TC का मतलब Ticket Collector होता है. इनका काम रेलवे प्लेटफार्म पर खड़े होकर ट्रेन से आ रहे यात्रियों के टिकट को चेक करना होता है. इसके अलावा बिना टिकट मिलने वाले यात्रियों से नियमानुसार जुर्माना वसूलना होता हैं. लेकिन जुर्माना नहीं अदा कर पाने यात्रियों को ये पुलिस को सौंप देते हैं.
TTE ट्रेन में लोगों के टिकट जांचते हैं
TTE का अर्थ Travel Ticket Examiner होता है. इनके द्वारा ट्रेनों में रहकर यात्रियों के टिकट चेक किया जाता है. इसमें यात्रियों के कोच, बर्थ सीट आदि से जुड़ी जानकारी चेक करने के अलावा यात्रियों की पहचान करना और संदेह होने पर उनकी आईडी देखना होता है. इतना ही नहीं ट्रेन के अंदर उन्हें कोई यात्री बिना टिकट मिलता है तो वे उस पर जुर्माना लगा सकते हैं या फिर अगले स्टेशन पर ट्रेन से उतार सकते हैं.
TC और TTE की पहचान कैसे करें?
आपने TC और TTE के बीच का फर्क को तो जान लिया होगा. आपको बताते हैं कि रेल सफर के दौरान आप इन दोनों की पहचान किस प्रकार करें. बता दें कि टीसी हमेशा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म और बाहर निकलने वाले गेट के पास मौजूद रहते हैं. ये आमतौर पर सफेद शर्ट और काली पैंट पहने रहते हैं. वहीं ट्रेन में यात्रियों के टिकटों की जांच करने वाला TTE हमेशा काले कोट में नजर आएगा. उसके कोट पर लगे बैच पर भी नाम के साथ साफ तौर पर TTE लिखा होता है.
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