नई दिल्ली:भारत के खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों में विभिन्न डेमोग्राफिक सेगमेंट में भूख और कुपोषण से निपटने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. ऐसे ही एक स्कीम अंत्योदय अन्न योजना है.इस योजना के माध्यम से लाभार्थी को हर महीने 35 किलो राशन उपलब्ध कराया जाता हैं. स्कीम के तहत लााभार्थी को 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल दिया जाता है.
अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को मात्र 2 रुपये प्रति किलो और 3 रुपये प्रति किलो की दर से चावल उपलब्ध करवाया जाता है. इसके अलावा लाभार्थियों को चीनी पर सब्सिडी भी मिल दी जाती है. पिछले साल सरकार ने चीनी पर मिलने वाली सब्सिडी को 31 मार्च, 2026 तक बढ़ा दिया गया था.
कौन हैं योजना के पात्र?
गौरतलब है कि अंत्योदय अन्न योजना के लाभार्थियों के लिए अलग राशन कार्ड दिया जाता है. इस तरह का राशन कार्ड राज्य सरकारों द्वारा चिन्हित गरीब परिवारों को दिया जाता है. यह कार्ड उन लोगों को जारी किया जाता है, जिनकी आय स्थिर नहीं होती है. बेरोजगार लोग, महिलाएं और वृद्ध लोग इस कैटेगरी में आते हैं. ऐसे लोग इस योजना के पात्र हैं.
इसके अलावा भूमिहीन मजदूर और कृषि मजदूर, विधवाएं, विकलांग व्यक्ति और 15,000 रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवार, रिक्शा चालक, कुली और फल/फूल विक्रेता जैसे दैनिक मजदूर, शिल्पकार और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग भी इस योजना के पात्र हैं.