कोलकाता: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के एक 4 वर्षीय बच्चे के एवियन इन्फ्लूएंजा ए (H9N2) से संक्रमित होने का खुलासा हुआ. उसके एक दिन बाद, पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने उपाय या एहतियात के तौर पर कोई भी दिशा-निर्देश जारी करने से इनकार कर दिया. बुधवार को सूत्रों ने बताया कि मालदा का 4 वर्षीय बच्चा भारत में एवियन इन्फ्लूएंजा ए (H9N2) से संक्रमित होने वाला दूसरा मानव मामला था.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि बर्ड फ्लू के लिए किसी दिशा-निर्देश की आवश्यकता नहीं थी. स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम और पशु संसाधन विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार ने गुरुवार को स्वास्थ्य भवन में एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. उन्होंने कहा कि अंडे, मांस और मुर्गी खाने पर कोई रोक नहीं है. उन्होंने यहां तक कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि राज्य में जिन दो लोगों में बर्ड फ्लू का वायरस पाया गया है, उनके शरीर में वायरस कैसे और कहां से आया.
पशु संसाधन विकास विभाग के अतिरिक्त प्रधान सचिव विवेक कुमार ने कहा कि, अप्रैल-मई में 1728 नमूनों की जांच की गई. मालदा में 390 नमूनों की जांच की गई, लेकिन उनमें से एक में भी बर्ड फ्लू नहीं पाया गया. इन आंकड़ों को प्रदान करने के अलावा, विवेक कुमार ने कहा कि, 'दो नमूनों में चार प्रकार के वायरस पाए गए. उनमें से एक में बर्ड फ्लू पाया गया. इन्फ्लूएंजा कम रोगजनक है. मैं यह भी नहीं बता सकता कि यह कहां से आया, क्योंकि हमारे राज्य में इसका कोई स्रोत नहीं है. इसीलिए कहा जाता है कि पोल्ट्री फूड में कोई प्रतिबंध या दिशानिर्देश नहीं हैं'.