नई दिल्ली: देश के कई राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों में इस समय भीषण गर्मी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. दिन में लू के थपेड़ों ने लोगों को घर के अंदर रहने को मजबूर कर दिया है. इस बीच बुधवार को मौसम विज्ञान विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक, फिलहाल कई दिनों तक लोगों को भीषण गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है. हालांकि, दक्षिण भारत के कुछ राज्यों को यहां खुश होने की जरूरत है, क्योंकि आईएमडी ने बताया है कि, केरल और तमिलनाडु में मूसलाधार बारिश हो सकती है. जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिलेगी.
उत्तर भारत मे गर्मी से बुरा हाल
आईएमडी के अनुसार, 22 से लेकर 26 मई के दौरान जम्मू, गुजरात, विदर्भ, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली और हरियाणा के कई इलाकों में लू से लोगों को राहत नहीं मिलेगी. आईएमडी के मुताबिक, 22 से लेकर 23 मई के दौरान मध्य प्रदेश, दिल्ली में भीषण गर्मी का कहर जारी रहेगा. वहीं, 23 से 26 मई के बीच विदर्भ मे, 24 से 26 मई के दौरान उत्तर प्रदेश और 22 से 25 मई के दौरान उत्तरी महाराष्ट्र में गर्मी से लोगों का बुरा हाल रहेगा. वहीं, पश्चिमी राजस्थान की बात करें तो यहां कई हिस्सों में लू के साथ भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहने की संभावना है.
अभी नहीं मिलेगी गर्मी से राहत
22 से 26 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाके, 24-26 मई के दौरान उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल होने वाला है. आईएमडी ने अगले पांच दिनों के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है. मौसम विभाग ने कहा कि इन राज्यों के कई जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है.
दिल्ली में बढ़ते तापमान के बीच 25 मई को छठे चरण का मतदान
यहां ध्यान देने वाली बात है कि, दिल्ली में 25 मई को लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान होने वाला है. दिल्ली में बढ़ते तापमान को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं. इसी तरह पिछले 24 घंटों में देशभर के करीब एक दर्जन शहरों में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है, हरियाणा के सिरसा में तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राजस्थान के पिलानी, यूपी और पंजाब के कुछ इलाकों में तापमान 45 से 47 डिग्री के बीच दर्ज किया गया. आईएमडी के अनुसार हीटवेव की सीमा तब गिनी जाती है जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और जब सामान्य अधिकतम तापमान से विचलन कम से कम 4.5 डिग्री होता है.