नई दिल्ली:भारतीय मूल के स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल ने अपनी बेटी वसुंधरा ओसवाल की 1 अक्टूबर से युगांडा में कथित अवैध हिरासत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है. वसुंधरा ओसवाल को कथित तौर पर 20 हथियारबंद लोगों ने पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा में परिवार के एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल प्लांट (ENA) से कानून प्रवर्तन अधिकारी होने का दावा करते हुए पकड़ा था.
उनके परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी वसुंधरा को कॉर्पोरेट और राजनीतिक हेरफेर के कारण 1 अक्टूबर से बिना किसी सुनवाई के हिरासत में रखा गया है. वसुंधरा के पिता पंकज ओसवाल ने भी युगांडा के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अपनी बेटी की रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप का अनुरोध किया है.वहीं, स्थानीय अधिकारियों ने उनकी हिरासत को गुमशुदगी की जांच से जोड़ा है, लेकिन उसके परिवार ने इस दावे का खंडन किया है.
वसुंधरा ओसवाल को फोन और कानूनी अधिकारों से वंचित किया गया
PRO इंडस्ट्रीज की उत्तराधिकारी वसुंधरा को हिरासत में लिए जाने के बाद से ही जेल में कठोर और खतरनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार उनके परिवार ने दावा किया है कि उन्हें अस्वच्छ वातावरण में रहने के लिए मजबूर किया गया है, जहां स्वच्छ पानी और उचित सुविधाओं तक एक्सेस नहीं है.
कथित तौर पर उन्हें शाकाहारी भोजन से वंचित रखा गया है, बिना किसी सूचना के एक जेल से दूसरी जेल में स्थानांतरित किया गया है और उन्हें अनसैनेटरी परिस्थितियों में रहना पड़ रहा है.
इस बीच वसुंधरा के इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट में उनकी अवैध हिरासत और गिरफ्तारी का विवरण दिया गया है, जिसमें फर्श पर खून और मल के साथ एक शौचालय दिखाया गया है. पोस्ट में दावा किया गया है कि उन्हें 90 घंटे से अधिक समय तक जूतों से भरे कमरे में बैठने के लिए मजबूर किया गया और लगभग पांच दिनों तक उन्हें नहाने या अपने कपड़े बदलने की अनुमति नहीं दी गई.