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चिनिया केले पर मौसम की मार, बारिश की कमी से बर्बाद हो रही है फसल - CHINIYA KELA

VAISHALI CHINIYA KELA: अपने खास स्वाद और पौष्टिकता के लिए पूरे देश में मशहूर वैशाली जिले का चीनिया केला इस साल मौसम की मार झेल रहा है. बारिश की कमी से केले की फसल बर्बाद हो रही है और किसान परेशान नजर आ रहे हैं, पढ़िये पूरी खबर,

मौसम की बेरुखी से चिनिया केला उत्पादन पर असर
मौसम की बेरुखी से चिनिया केला उत्पादन पर असर (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 27, 2024, 10:56 PM IST

चिनिया केले पर मौसम की मार (ETV BHARAT)

वैशालीः बिहार के वैशाली जिले का पूरा इलाका चिनिया केले की खेती के लिए मशहूर है. यहां पैदा होनेवाले चिनिया केले में कई खूबियां भी हैं. यही कारण है कि चिनिया केले को जीआई टैग भी मिला है. लेकिन इन दिनों इस खाल केले के उत्पादक किसान परेशान हैं. वजह है मौसम. बारिश की कमी और भीषण गर्मी के कारण चिनिया केले की फसलबर्बाद हो रही है.

बारिश की कमी से बर्बाद हो रही है फसल (ETV BHARAT)

हाजीपुर के इलाके में बड़े पैमाने पर उत्पादनःवैसे तो पूरे वैशाली जिले में केले की खेती होती है लेकिन खास कर हाजीपुर प्रखंड के जढुआ, चंद्रालय, मनुआ, इस्माइलपुर, दिघी, आदि क्षेत्रों में सैकड़ों एकड़ में केले की खेती होती है. अपने बेहतरीन स्वाद और औषधीय गुणों की वजह से चिनिया केला देश के कई राज्यों में और विदेशों में भी भेजा जाता है.

एक घौद में 10 से 20 दर्जन तक लगते हैं केलेःचिनिया केले के एक घौद में 10 से 20 दर्जन केले लगते हैं. फिलहाल बाजार में 50 रुपये प्रति दर्जन के हिसाब से केला बिक रहा है. लेकिन मौसम की बेरुखी की वजह से तैयार हो चुके पौधों में भी घौद नहीं लग रहा है. जिन पौधों में घौद लगे भी हैं तो केले पुष्ट नहीं हो रहे हैं.

केला उत्पादक किसान हुए परेशान (ETV BHARAT)

परेशान नजर आ रहे हैं किसानःबारिश की कमी के कारण केले की फसल बर्बादी की कगार पर है जिससे केला उत्पादन करनेवाले किसान बेहद ही परेशान नजर आ रहे हैं. किसान रत्नेश्वर प्रसाद सिंह का कहना है कि "पानी की कमी के कारण फसल नष्ट हो रही है और इसमें सरकार से कोई मदद भी नहीं मिलती है. पानी की कमी से पौधों में बीमारियां फैल रही हैं और घौद में छोटे-छोटे केले लग रहे हैं."

मौसम की मार झेल रहा चिनिया केला (ETV BHARAT)

"बारिश नहीं होने की वजह से चिनिया केला पोषित नहीं हो पा रहा है. केले के थंब में जब पर्याप्त नमी रहती है तो केले की मिठास बढ़ती है. इस साल बारिश की भारी कमी के कारण केले की फसल पर खासा दुष्प्रभाव पड़ा है. पानी का अगर यही हाल रहा और इसको लेकर सरकार ऐसे ही उदासीन बनी रही तो आनेवाले समय में चिनिया केले की प्रजाति विलुप्त हो जाएगी और सिर्फ नाम ही रह जाएगा."रंजीत कुमार, स्थानीय किसान

'बारिश की कमी से सभी फसलों को नुकसान': इस बारे में वैशाली के जिला कृषि पदाधिकारी का कहना है कि "बारिश नहीं होने से सिर्फ केला ही नहीं अन्य फसलों पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. जिन किसान भाइयों के पास सिंचाई की व्यवस्था है वे फसलों में सिंचाई करते रहें. जब तक तापमान ज्यादा रहेगा परेशानी रहेगी. केला को कितना नुकसान हुआ उसका सर्वेक्षण अभी नहीं हुआ है निर्देश मिलेगा तो इसका सर्वेक्षण कराया जाएगा."

गुणों की खान है चिनिया केला (ETV BHARAT)

गुणों की खान है चिनिया केलाःवैशाली जिले में बड़े पैमाने पर पैदा किया जानेवाला चिनिया केला अपने स्वाद के साथ-साथ अपने औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है. चिनिया केले के नियमित सेवन से जहां हर्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है, वहीं यह अल्सर, एनीमिया जैसी बहुत सारी बीमारियों को खत्म करता है. इसके खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

गुणों की खान है चिनिया केला (ETV BHARAT)

"हमलोग चिनिया केले का भरपूर सेवन करते हैं, इसलिए यहां सभी लोगों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है. इस इलाके में कोरोना का प्रभाव भी नहीं पड़ा, इसका सबसे बड़ा कारण रहा चिनिया केले का नियमित सेवन."रंजीत कुमार, स्थानीय किसान

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