नई दिल्ली: 21वीं सदी के व्यापार पर अमेरिकी-ताइवान पहल के हिस्से के रूप में व्यक्तिगत बातचीत का नवीनतम दौर सोमवार को ताइपे में व्यापार वार्ता कार्यालय (ओटीएन) में शुरू हुआ. ताइवानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप व्यापार प्रतिनिधि यांग जेन-नी (楊珍妮) कर रहे हैं, जबकि अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व चीन, मंगोलिया और ताइवान मामलों के सहायक संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि टेरी मैककार्टिन कर रहे हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में अंतरराष्ट्रीय रूढ़िवादी राजनीतिक आर्थिक और विदेश नीति विशेषज्ञ सुव्रोकमल दत्ता ने कहा कि अमेरिका का ताइवान के साथ रणनीतिक व्यापार समझौते पर बातचीत करना चीन द्वारा दिए गए उस तर्क पर सीधा तमाचा है कि ताइपे चीनी क्षेत्र का हिस्सा है. उन्होंने कहा, यह अमेरिका की प्रत्यक्ष स्वीकृति है कि वह ताइवान को एक अलग देश मानता है.
दत्ता ने कहा कि अमेरिका और ताइवान के बीच व्यापार समझौता बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है. व्यापार वार्ता ताइवान को अमेरिका की ओर से एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दे रही है. उन्होंने कहा कि यह समझौता एक व्यापक रणनीतिक रिश्ते में बदल सकता है जो न केवल आर्थिक और वित्तीय लिहाज से होगा बल्कि साथ ही यह सैन्य संबंधों को भी आगे बढ़ाएगा.
दत्ता ने कहा कि इससे चीन के रोंगटे खड़े हो जाएंगे क्योंकि बीजिंग ने हमेशा स्पष्ट रूप से कहा है कि ताइवान चीनी क्षेत्र का एक हिस्सा है और उस पर कोई बातचीत नहीं हो सकती है. बता दें कि ताइवान 2023 में अमेरिकी कृषि और संबंधित उत्पादों के लिए सातवां सबसे बड़ा निर्यात बाजार था, जिसका कुल मूल्य 3.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था. इस बीच, अमेरिका लगातार दूसरे वर्ष ताइवान के कृषि और संबंधित उत्पादों के लिए नंबर एक निर्यात बाजार बना रहा.
सुवरो दत्ता ने बताया कि चीन लंबे समय से ताइवान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. उसने कई बार यह स्पष्ट कर दिया है कि बातचीत के माध्यम से चीनी वर्चस्व को स्वीकार नहीं करने की स्थिति में जरूरत पड़ी तो ताइवान पर कब्जा करने के लिए सैन्य आक्रमण किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि अमेरिका और ताइवान के बीच उक्त समझौता कई नए मोर्चे खोलेगा. यह ताइवान और फिलीपींस, ताइवान और जापान, दक्षिण कोरिया और ताइवान के बीच व्यापार संबंधों के और विस्तार को वैध बनाएगा. उन्होंने कहा कि आसियान देशों के साथ-साथ पूर्वी एशियाई देशों, दक्षिण कोरिया, जापान और ताइवान के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों का विस्तार होगा.