अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज का 812वां उर्स मेला जारी है. उर्स में हाजरी लगाने के लिए अजमेर आए 230 पाकिस्तानी जायरीन शनिवार को स्पेशल ट्रेन से अपने वतन वापस रवाना हो गए. देर शाम सभी पाकिस्तानी जायरीन को अजमेर में चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल से रोडवेज की आठ बसों से जांच पड़ताल के बाद रेलवे स्टेशन लाया गया. रेलवे स्टेशन पर पाक जायरीनों की जांच-पड़ताल के बाद ट्रेन से रवाना किया गया.
बता दें कि 14 जनवरी को पाकिस्तान से 230 जायरीन का जत्था अटारी बॉर्डर से होकर अमृतसर और उसके बाद स्पेशल ट्रेन से 15 जनवरी को अजमेर पंहुचा था. अजमेर में उनके खाने-पीने और ठहरने की व्यवस्था चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में की गई थी. 17 जनवरी को ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में पाकिस्तानी हुकूमत और अवाम की ओर से चादर पेश की गई थी. शनिवार को वापस लौटते वक्त पाकिस्तानी जायरीन काफी खुश नजर आए. जायरीनों ने यहां के स्वागत सत्कार से काफी अभिभूत नजर आए और खुले मन से व्यवस्थाओं को लेकर तारीफ भी की.
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शुक्रिया भारत सरकार : पाकिस्तानी जायरीन के जत्थे के लीडर परवेज इकबाल ने कहा कि 14 जनवरी को भारत आने के बाद भारत सरकार और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों और विभागों ने हमारा अच्छे से ख्याल रखा है. हम सभी खुश होकर वापस अपने वतन लौट रहे हैं और जाने से पहले भारत सरकार, भारतीय नागरिकों का भी हम शुक्रिया अदा करते हैं. खासकर अजमेर के लोगों का भी शुक्रिया. उन्होंने कहा कि अजमेर के लोगों ने हमारा दिल से वेलकम किया है. यहां व्यापारियों ने भी हमसे किसी भी चीज के कोई ज्यादा पैसे नहीं लिए. उन्होंने कहा कि हम यहां से एक संदेश लेकर जा रहे हैं कि यहां के लोग बहुत मोहब्बत करते हैं और अमन चाहते हैं. हम सभी यहां दोबारा आने की ख्वाहिश रखते हैं. लाहौर के रहने वाले इशरत कमाल ने कहा कि इंडियन हुकूमत हमारे लिए जितनी भी व्यवस्थाएं की वह सभी बहुत अच्छी थी. आज वापस अपने वतन को लौट रहे हैं. इशरत ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में दोनों मुल्कों के लिए दुआ की है और यहां आकर दिली सुकून मिला है, दोबारा यहां आने की ख्वाहिश है.