लखनऊ: उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी से चौंकाने वाली खबर सामने आई है. राज्य के पावरफुल अफसरों में शुमार एक पूर्व IAS की उत्तराखंड स्थित कोठी से कथित रूप से 50 करोड़ रुपए की चोरी का मामला सामने आया है. इस मामले की न कोई रिपोर्ट दर्ज की गई और ना ही कहीं शिकायत की गई. इसको लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है. वहीं आजाद अधिकार सेना पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने इस मामले की जांच की मांग करते हुए वीडियो जारी किया है.
मीडिया के सवालों के जवाब देते उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार. (Video Credit; ETV Bharat) वहीं उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार का इस मामले पर कहना है कि इस तरह के मामले की कोई भी शिकायत हमारे पास नहीं आई है और ना ही यूपी पुलिस ने हमसे कोई संपर्क नहीं किया है. उन्होंने हमसे कोई मदद नहीं मांगी है.
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने चर्चित पूर्व नौकरशाह पर आरोप लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है. अमिताभ ठाकुर ने एक वीडियो प्रेस रिलीज जारी करते हुए पूर्व नौकरशाह पर आरोप लगाया है कि उनके उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित फॉर्महाउस से करीब 50 करोड़ रुपए की कथित चोरी हुई है.
उन्होंने इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जांच की मांग की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में ठाकुर ने यह भी बताया है कि इस विषय पर हाल के दिनों में खबरें भी प्रकाशित हुई हैं, जिसका स्क्रीनशॉट सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया है.
अमिताभ ठाकुर अब चाहते हैं कि इस मामले में सरकार हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक समिति गठित कर उच्च स्तरीय जांच समिति बनाते हुए मामले की निष्पक्ष एवं गहनता से जांच करवाई जाए. हालांकि 2 दिन बाद अमिताभ ठाकुर ने X पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए अपनी पुरानी इस सिलसिले में की गई पोस्ट डिलीट कर दी.
नई पोस्ट में उन्होंने लिखा है- मैंने सोशल मीडिया के समाचारों के आधार पर जांच की मांग की थी. लेकिन, रिटायर्ड नौकरशाह ने उन खबरों को पूरी तरह से निराधार और असत्य बताया है. इसलिए मैं उनको हुई पीड़ा के लिए सार्वजनिक रूप क्षमा प्रार्थना करता हूं.
उधर, इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने 24 सितंबर के ट्वीट में इशारों ही इशारों में पूर्व नौकरशाह को घेर लिया है. इसके बाद सोशल मीडिया में जमकर चर्चा जारी है. वहीं यूपी की नौकरशाही में भी दबी जुबान इस मामले की काफी चर्चा हो रही है.
कौन हैं अमिताभ ठाकुर: योगी सरकार के पहले कार्यकाल में जबरन रिटायर किए जाने वाले आईपीएस अधिकारी हैं अमिताभ ठाकुर. इन्हें 21 मार्च 2021 को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई थी, जिसके बाद अमिताभ ठाकुर योगी सरकार को कई मुद्दों पर घेरते हुए दिखे हैं. अब उन्होंने आजाद अधिकार सेना के नाम से अपनी राजनीतिक पार्टी भी बना लिया है.
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