दंतेवाड़ा :छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में नक्सली जवानों को निशाना बनाने के लिए नए तरीके अपनाते हैं.जवानों को कभी आईईडी ब्लास्ट करके निशाना बनाया जाता है.तो कभी एंबुश में फंसाकर नक्सली नुकसान पहुंचाते हैं.वहीं नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए नया तरीका अपनाया है.इस तरीके के मदद से नक्सली ना सिर्फ फोर्स को नुकसान पहुंचाएंगे बल्कि खुद की भी सुरक्षा करने में कामयाब हो जाएंगे.
दंतेवाड़ा के भैरमगढ़ में नक्सलियों ने बनाई सुरंग, फोर्स पर बड़े अटैक की थी प्लानिंग, सिक्योरिटी फोर्स ने टनल को किया ध्वस्त
Tunnel Built By Naxalites दंतेवाड़ा पुलिस और जवानों को मुठभेड़ के बाद चलाए गए सर्च ऑपरेशन में सुरंग मिली है.नक्सली विरोधी अभियान के तहत इलाके में मंगलवार को सर्चिंग पर सिक्योरिटी फोर्स की टीम निकली थी. इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. नक्सलियों ने मुठभेड़ के दौरान जवानों पर एके-47, इंसास, एसएलआर और भरमार जैसे हथियारों से फायरिंग की. इतना ही नहीं नक्सलियों ने जवानों पर बीजीएल भी दागे . पुलिस नक्सली मुठभेड़ के दौरान नक्सली भागने में कामयाब हुए. इसके बाद सुरक्षा बल को जांच करने पर बड़ी सुरंग मिली.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jan 31, 2024, 5:05 PM IST
|Updated : Jan 31, 2024, 9:10 PM IST
नक्सलियों ने बनाई नई रणनीति :दंतेवाड़ा और बीजापुर के सरहदी इलाके भैरमगढ़ में जवानों को सर्चिंग के दौरान 60 मीटर लंबी सुरंग मिली है.इसी इलाके में जब जवान सर्चिंग के लिए निकले थे.तब उनकी मुठभेड़ नक्सलियों के साथ हुई थी.जब मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग गए तो जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया.इसी दौरान जवानों की नजर नक्सलियों के इस छिपे हुए सुरंग पर पड़ी. आपको बता दें कि ये पहली बार है जब नक्सलियों ने इतनी लंबी सुरंग बनाकर जवानों पर आतंकवादियों जैसा हमला करने की रणनीति बनाई है. नक्सलियों के बनाए सुरंग में कम से कम 50 नक्सली आसानी से छिप सकते हैं.ऐसा माना जा रहा है कि सुरंग तैयार करने में नक्सलियों को कम से कम तीन से चार महीने का समय लगा होगा.
दंतेवाड़ा एसपी ने की पुष्टि :इस सुरंग के बारे में दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने भी पुष्टि की है. एसपी गौरव राय के मुताबिक जवानों की भैरमगढ़ इंद्रावती एरिया कमेटी के नक्सलियों से पिंडकापाल बोड़गा ताकिलोर में जबरदस्त मुठभेड़ हुई. जवानों को सूचना मिली थी कि भैरमगढ़ इंद्रावती एरिया कमेटी के प्लॉटून नंबर-16 के कमांडर डीवीसीएम मल्लेश सहित 25 से 30 हथियारबंद नक्सलियों की इस इलाके में मौजूदगी है.जवानों की टीम जब मौके पर पहुंची तो दोनों ओर से फायरिंग हुई.जिसके बाद नक्सली मोर्चा छोड़कर भाग गए.इसके बाद जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया.जिसमें नक्सलियों की नई रणनीति के बारे में पता चला.नक्सलियों ने हवाई हमलों से बचने के लिए सुरंग बनाई थी.