केरल के पलक्कड़ में आरएसएस की बैठक (RSS Twitter) नई दिल्ली: केरल के पल्लकड़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत आज से हो गई है. यह बैठक उस समय में हो रही है जब दो राज्यों के चुनाव की घोषणा हो चुकी है और दो अन्य राज्यों के चुनाव की घोषणा जल्दी होगी. दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव में संघ की सहभागिता कितनी रही और अब क्या भाजपा संघे शरण गच्छामी का अनुकरण करते हुए एकबार फिर आने वाले चुनावों में संघ के भरोसे बैठने की उम्मीद जता रही है. राज्यों के चुनाव में संघ एक बार फिर जोर-शोर से जुट गया है. ऐसे में ये तमाम बातें है, जिसकी वजह से इस समन्वय बैठक पर सब नजरें लगाए बैठे हैं.
पहले ये खबर आई की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इसमें शामिल नहीं होंगे, मगर बाद में भाजपा ने इस संशय पर पूर्ण विराम लगा दिया. केरल में हो रही इस बैठक में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष भी शामिल हुए. बैठक में जहां एक तरफ सरकार और संगठन से जुड़े कई सवालों का जवाब ढूंढा जाएगा, वहीं, केरल में होने वाली इस बैठक के सियासी मायने भी कई हैं. वर्तमान परिदृश्य, महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के दूसरे आयामों पर भी इस बैठक में चर्चा होगी.
हालांकि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के संघ पर दिए एक बयान के बाद ये भी खबर थी की नड्डा के बयानों से संघ नाराज चल रहा, जिसपर भाजपा अध्यक्ष को काफी सफाई भी देनी पड़ी. हाल ही में संघ ने अपनी शाखाओं का खुलासा किया था, जिसके मुताबिक केरल में आरएसएस की 5142 शाखाएं चल रही हैं. देशभर में संघ की करीब 60 हजार शाखाएं चल रही हैं. यानी शाखाओं की कुल संख्या में केरल की हिस्सेदारी करीब 9 प्रतिशत है. इसके साथ-साथ अगले साल तक संघ ने केरल में ही 8 हजार शाखाएं करने का लक्ष्य भी रखा है.
लोकसभा चुनाव में इस बार पहली बार केरल के त्रिशूर सीट पर बीजेपी को जीत मिली है. वहीं पार्टी तिरुवनंतपुर सीट पर दूसरे नंबर पर रही. यही नहीं बीजेपी को केरल में विधानसभा की 11 सीटों पर बढ़त मिली है. जिन 11 सीटों पर पार्टी को बढ़त मिली है, उनमें त्रिशूर की 6, अतिंगल की दो और तिरुवनंतपुर की 3 सीटें शामिल हैं.
बता दें, ये संघ द्वारा तैयार किए गए पिच पर ही लड़ने का परिणाम है. ऐसे में अब भाजपा को कर्नाटक के बाद केरल ही दक्षिण का गेटवे नजर आ रहा है और शायद इसी से उत्साहित होकर आरएसएस ने भी अपनी समन्वय बैठक यहीं बुलाने का लक्ष्य रखा.
पिछले लोकसभा चुनाव में केरल में बीजेपी का वोट शेयर 19.24 फीसदी था और वहां धीरे धीरे लेफ्ट का वोट बैंक बीजेपी की तरफ खिसक रहा क्योंकि जहां बीजेपी का वोट शेयर बढ़ा है. वहीं लेफ्ट का घाटा है ठीक इसी तरह यही हाल पश्चिम बंगाल में भी रहा, जहां लेफ्ट का वोट बैंक बीजेपी की तरफ खिसका है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यह बैठक 2 सितंबर तक चलेगी. इस अखिल भारतीय समन्वय बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य अखिल भारतीय पदाधिकारी उपस्थित हैं. बैठक में राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका मा. शान्तका जी, प्रमुख कार्यवाहिका सीता अन्नदानम, वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष श्री सत्येन्द्र सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष ले. जनरल (से.नि.) वी. के. चतुर्वेदी, अ. भा. ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार, महामंत्री श्री बजरंग बागड़ा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, महामंत्री संगठन श्री बी एल संतोष, विद्या भारती के अध्यक्ष श्री रामकृष्ण राव, भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष श्री हिरणम्य पण्ड्या, आरोग्य भारती के अध्यक्ष डॉ. राकेश पंडित सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी तथा सभी संगठनों की महिला प्रतिनिधि सहित लगभग 300 कार्यकर्ता उपस्थित हैं.
बैठक के प्रारंभ में हाल ही में वायनाड में हुए भूस्खलन की जानकारी और स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सहायता व सेवा कार्यों की जानकारी सभी प्रतिनिधियों को दी गई. बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान भी करेंगे. हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के आयामों, योजनाओं के संदर्भ में बैठक में चर्चा होगी. साथ ही इस बैठक में जातीय जनगणना और आरक्षण जैसे मुद्दों पर भी संघ भाजपा के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर सकती है.
पढ़ें:केंद्र सरकार ने RSS प्रमुख मोहन भागवत की जेड प्लस सुरक्षा को ASL में अपग्रेड किया - RSS Chief Mohan Bhagwat