नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथ लेकर इतिहास रच दिया. वहीं, मोदी के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के साथ ही मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन के साथ नए चेहरे शामिल किए गए. मोदी 3.0 में हर वर्ग को साधने की कोशिश की गई है. जो यह बताता है कि, मोदी का तीसरा टर्म हर वर्ग का सम्मान और समावेशी विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. हालांकि, मोदी की कोर टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इस कैबिनेट की खास बात यह है कि, सीसीएस यानी की कैबिनेट ऑन सिक्योरिटी मंत्रालयों में यथास्थिति रखी गई है. बता दें कि, सीसीएस में गृह मंत्रालय, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय शामिल होते हैं. यह देश की सुरक्षा संबंधी मामलों पर फैसला लेने वाली सर्वोच्च समिति होती है. मोदी के तीसरे कार्यकाल में भी अमित शाह गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे. वहीं राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री पद पर बने रहेंगे. वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी भी इस बार भी निर्मला सीतारमण को दी गई है और विदेश मंत्रालय का कार्यभार एस जयशंकर ही संभालेंगे. वहीं,कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, सभी नीतिगत मुद्दे और वैसे अन्य सभी विभाग जो किसी भी मंत्री को नहीं दिए गए हैं, वे सभी पीएम मोदी के पास हैं.
मोदी कैबिनेट की बात करें तो इसमें 6 पूर्व मुख्यमंत्री शामिल है. पीएम मोदी ने सोमवार को 71 मंत्रिपरिषद को विभाग सौंप दिए. बीजेपी के सीनियर लीडर नितिन गडकरी को फिर से उनका पुराना मंत्रालय सड़क परिवहन मंत्रालय दिया गया है. वहीं हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा और अर्बन मंत्रालय दिया गया है. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने अपने 60 मंत्रियों को मौका दिया है. 71 केंद्रीय मंत्रियों में से 30 कैबिनेट मंत्री बनाए गए है. वहीं, पांच मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिया गया. 36 सांसदों को राज्यमंत्री बनाया गया है. बता दें कि, 30 कैबिनेट मंत्री में से 25 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं और 5 अन्य सहयोगी दलों के हैं. बात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की करें तो , 5 में से तीन बीजेपी के हैं और दो सहयोगी दल से हैं. 36 राज्यमंत्री में से 32 बीजेपी के हैं और 4 सहयोगी दल के हैं.
वहीं, सहयोगी दलों में जदयू, अपना दल (एस), टीडीपी, एचएएम, जेडीएस, एलजेपी (रामविलास), शिवसेना, आरएलडी, आरपीआई के सासंदों को मौका मिला है. जदयू और टीडीपी को दो-दो मंत्री पद (एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री) मिला है. वहीं, एलजेपी (रामविलास) को एक कैबिनेट मंत्री पद मिला है. वैसे ही जेडीएस को एक कैबिनेट मंत्री, एचएम को एक कैबिनेट मंत्री, अपना दल (एस) को राज्य मंत्री, आरएलडी को एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और शिवसेना को भी एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार मिला है. वहीं, आरपीआई को एक राज्यमंत्री पद मिला है.
बीजेपी से कैबिनेट मंत्री
बीजेपी से कैबिनेट मंत्री में, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, मनसुख मांडविया,जी किशन रेड्डी, सीआर पाटिल, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, गिरिराज सिंह, अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनोहर लाल खट्टर, पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, अन्नपूर्णा देवी, किरेन रिजिजू, हरदीप सिंह पुरी, धर्मेंद्र प्रधान, सर्वानंद सोनोवाल, वीरेंद्र कुमार, प्रह्लाद जोशी, जुआल ओराम शामिल हैं.
बीजेपी से राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
राव इंद्रजीत सिंह, जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल