नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव बस आने ही वाले हैं और माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर भारी बहुमत के साथ सरकार बना सकती है. इसी आस में अन्य विपक्षी पार्टियों के कई नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. बता दें कि हाल के दिनों में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के कद्दावर नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं और पार्टी ने उनका स्वागत बड़े ही शानदार तरीके से किया है. यहां हम आपको ऐसे ही कुछ विपक्षी दलों के नेताओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बीजेपी का दामन थामा...
महाराष्ट्र
नारायण राणे: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं नारायण राणे. उन्होंने अपना राजनीतिक करियर शिव सेना के सदस्य के रूप में शुरू किया और 2005 में विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे. इसके बाद वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) में शामिल हो गए. राणे ने 2017 में कांग्रेस छोड़ दी और महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष की शुरुआत की.
अपने राजनीतिक करियर में आगे बढ़ते हुए, उन्होंने साल 2018 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को समर्थन देने का ऐलान किया. 15 अक्टूबर 2019 को राणे बीजेपी में शामिल हो गए और उनकी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का भी इसमें विलय हो गया.
अशोक चव्हाण: कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर जाने जाने वाले अशोक चव्हाण ने फरवरी 2024 में भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाया. अशोक चव्हाण दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एसबी चव्हाण के बेटे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अशोक चव्हाण दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे.
आंध्र प्रदेश
किरण कुमार रेड्डी: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे किरण कुमार रेड्डी ने अप्रैल 2023 में भारतीय जनता पार्टी का दामने थामा. इससे पहले वह कांग्रेस के दिग्गज नेता के तौर पर जाने जाते थे. अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री रेड्डी ने राज्य के विभाजन का कड़ा विरोध किया था और आंध्र प्रदेश को विभाजित करने और तेलंगाना बनाने के तत्कालीन यूपीए सरकार के फैसले के विरोध में साल 2014 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.
पंजाब
कैप्टन अमरिंदर सिंह: राजीव गांधी द्वारा कांग्रेस पार्टी में शामिल कराए गए कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वह साल 1980 में पहली बार लोकसभा के सदस्य चुने गए थे. सिंह 2002 से 2007 तक पंजाब के मुख्यमंत्री भी रहे. इसके बाद साल 2017 में एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
अमरिंदर सिंह ने साल 2021 पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया और विधानसभा चुनावों में सभी 117 सीटों से चुनाव लड़ा. इसके बाद उन्होंने साल 2022 में पीएलसी पार्टी बनाई और फिर भारतीय जनता पार्टी में इसका विलय कर लिया.