चेन्नई: तमिल अभिनेता थलापति विजय ने रविवार को तमिलनाडु के विल्लुपुरम के विक्रवंडी में अपनी पहली राजनीतिक बैठक शामिल हुए लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह राजनीति में बच्चे है, लेकिन वह इससे डरते नहीं हैं.
इस बीच विजय ने अन्य राजनीतिक दलों द्वारा पार्टी पदाधिकारियों को पेश करने की पारंपरिक शैली पर कटाक्ष किया. उन्होंने अपनी पार्टी के भीतर समानता के सिद्धांत पर जोर देते हुए कहा, "सभी समान हैं, और पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच कोई अंतर नहीं होगा."
विजय ने कहा कि विचारधारा के संदर्भ में हम द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद को अलग नहीं करने जा रहे हैं. वे इस धरती की दो आंखें हैं. हमें खुद को किसी खास पहचान तक सीमित नहीं रखना चाहिए. धर्मनिरपेक्ष सामाजिक न्याय की विचारधारा हमारी विचारधारा है और हम उसी के आधार पर काम करने जा रहे हैं.
राजनीति में असफलताओं और सफलताओं की कहानियां पढ़ने के बाद. मैंने अपना करियर शिखर पर छोड़ दिया है और वह वेतन भी छोड़ दिया है और मैं आपका विजय बनकर यहां आया हूं, आप सभी पर भरोसा करता हूं.
'मैं राजनीति में एक बच्चा हूं'
उन्होंने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से कहा, "मैं राजनीति में एक बच्चा हूं, लेकिन इससे डरता नहीं हूं. सिनेमा की तुलना में राजनीति एक अधिक गंभीर क्षेत्र है." इस दौरान विजय ने पार्टी की मार्गदर्शक विचारधारा पर भी प्रकाश डालाऔर और ओन्ड्रे कुलम, ओरुवने थेवन के सिद्धांत का हवाला दिया, जिसे मूल रूप से DMK के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री सी.एन. अन्नादुरई ने प्रस्तावित किया था.
विपक्षी आख्यानों के बारे में चिंताओं को संबोधित करते हुए, विजय ने कहा की कि "TVK नामक सेना को A टीम और B टीम जैसे झूठे प्रचार से नहीं हराया जा सकता है." उन्होंने कहा कि टीवीके का वैचारिक दुश्मन वह पार्टी है जो अलगाववाद को बढ़ावा देती है, जबकि इसका राजनीतिक विरोधी वह पार्टी है, जो द्रविड़ मॉडल को आगे बढ़ाने के लिए पेरियार और अन्ना की विरासत का दुरुपयोग करती है.
लोगों को धोखा दिया जाता है
अभिनेता और टीवीके अध्यक्ष विजय ने कहा, "यहां एक समूह वही गाना गा रहा है. जो भी राजनीति करने आता है, उसे एक खास रंग दे दिया जाता है और लोगों को धोखा दिया जाता है. वे अंडरग्राउंड डीलिंग कर रहे हैं...द्रविड़ मॉडल के नाम पर, वे लोगों को धोखा दे रहे हैं क्योंकि वे जनविरोधी सरकार हैं."
एक्टर ने राजनीति में लैंगिक समानता का समर्थन करने के लिए ठोस प्रयासों की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए ऐलान किया कि उनकी पार्टी महिलाओं को अपने वैचारिक मार्गदर्शक के रूप में मान्यता देने वाली पहली पार्टी है. अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में एक दृढ़ बयान देते हुए कहा विजय ने कहा, "राजनीति में प्रवेश करने का मेरा निर्णय सचेत है, और अब पीछे मुड़कर नहीं देखूंगा."
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