बेतिया: बिहार में एक बार फिर से आदमखोर बाघने लोगों की नींद उड़ा दी है. मामला बेतिया का है, जहां बाघ के आतंक से लोग भयभीत हैं. बाघ के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. घटना सहोदर थाना अंतर्गत वनबैरिया गांव की है. मृतक की पहचान सहोदरा के वनबैरिया गांव निवासी इंद्रदेव महतो (50 वर्ष) के रूप में हुई है. इंद्रदेव महतो बकरी चराने खेत गया था, जहां पर बाघ पहले से ही बैठा हुआ था.
बेतिया में बाघ के हमले में एक व्यक्ति की मौत:वहीं वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मंगूराहा वन क्षेत्र की इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है. बताया जा रहा है कि सहोदर थाना अंतर्गत वनबैरिया गांव निवासी इंद्रदेव महतो खेत में बकरी चराने गये थे, जहां पर बाघ पहले से ही घात लगा कर बैठा हुआ था. जैसे ही इंद्रदेव महतो खेत में पहुंचे बाघ ने उन पर हमला बोल दिया.
200 मीटर तक शव को घसीटते हुए ले गया बाघ: बाघ इंद्रदेव महतो को लगभग 200 मीटर घसीटते हुए गन्ने के खेत में ले गया. इसी दौरान लोगों की घटना की जानकारी मिली तो सभी लाठी डंडे से लैस होकर बाघ के पीछे भागे. हो हंगामा सुन बाघ शव को छोड़कर जंगल की तरफ निकल गया. परिजनों के खोजबीन के बाद इंद्रदेव महतो का शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ है.
गांव में दहशत का माहौल: वहीं बाघ के हमले की पुष्टि वन संरक्षण नेशामणी ने की है. वन विभाग की टीम बाघ की तलाश में जुट गई है तो वहीं ग्रामीणों में बाघ से भय और दहशत का माहौल बना हुआ है.
"बकरी चराने गया था. उसी दौरान बाघ ने इंद्रदेव को पकड़ लिया और भागने लगा. हम सब पीछे पीछे भागे तो बाघ लाश छोड़कर भाग गया. बहुत ही बड़ा बाघ था. मैंने अपनी आंखों से देखा है."- ग्रामीण
लोगों को किया गया अलर्ट: बता दें कि वीटीआर वन प्रमंडल एक के मंगुराहा वन क्षेत्र अंतर्गत कक्ष संख्या 46 में बीते दिनों एक बाघ का शव मिला था. वहीं एक और बाघ की तलाश की जा रही थी. हो सकता है कि यह वही बाघ है, जो अब रिहायशी इलाकों का रुख कर रहा है. बाघ के आतंक के बाद वन विभाग की ओर से सभी को अलर्ट कर दिया गया है.