विशाखापट्टनम /तेनाली :आंध्र प्रदेश में टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू और जनसेना प्रमुख पवन कल्याण पर पत्थर फेंके (Stones pelted) जाने की घटनाएं हुईं. टीडीपी चीफ के साथ ये घटना तब घटी जब वहविशाखापट्टनम के गजुवाका में चुनावी जनसभा में थे. जब चंद्रबाबू बोल रहे थे, तभी एक दर्शक ने उनकी गाड़ी के पीछे से पत्थर फेंका और भाग गया. पथराव की घटना से हंगामा मच गया. तुरंत सतर्क हुई पुलिस ने पत्थर फेंकने वाले व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी.
पत्थर से हमला करने की कोशिश की घटना पर चंद्रबाबू ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कल विजयवाड़ा में सीएम पर रात में पत्थर फेंके गए. लेकिन चंद्रबाबू ने दावा किया कि उन (जगन मोहन) पर पत्थर तब फेंके गए जब लाइट थी. उन्होंने बताया कि गांजा बैच और ब्लेड बैच यह काम कर रहे हैं. उन्होंने इस बात पर गुस्सा जताया कि तेनाली में वाराही यात्रा के दौरान पवन कल्याण पर भी पत्थर फेंके गए.
चंद्रबाबू नायडू ने चेतावनी दी कि वह विजयवाड़ा में जगन पर पत्थर से हमले के नाटक का भी खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव के दौरान भी उन पर पत्थर फेंके गए थे. उन्होंने कहा कि उन्हें क्लेमोर माइंस (claymore mines) से डर नहीं लगता, क्या उन्हें इन पत्थरों से डरना चाहिए.
'पुलिस और खुफिया कर्मी क्या कर रहे' : उन्होंने कहा कि कल बिजली कटौती के दौरान सीएम पर एक पत्थर गिर गया. जगन की बैठक में बिजली गुल हो गई. चंद्रबाबू ने पूछा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार होना चाहिए. उन्होंने मांग की कि जाम लगाने वालों और पथराव करने वालों पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने जगन से सवाल किया कि पुलिस और खुफिया कर्मी क्या कर रहे हैं. उन्होंने पूछा कि क्या पुलिस हमलों पर नजर रखने के लिए वहां मौजूद थी.