नई दिल्ली: ऐपल के दिवंगत को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए भारत आई हुई हैं. इस बीच 61 वर्षीय अमेरिकी व्यवसायी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा किया. इस दौरान संतों के एक प्रतिष्ठित संगठन निरंजनी अखाड़े ने उन्हें हिंदू एक नाम दिया है.
वाराणसी के मंदिर में लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा काशी विश्वनाथ की पूजा की और सोमवार से शुरू हुए महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रार्थना करते हुए 'जलाभिषेक' (देवता को जल चढ़ाना) किया.
संतो ने 'कमला' दिया नाम
वह गुलाबी रंग का सूट पहनकर मंदिर में पहुंचीं और उनके सिर पर सफेद दुपट्टा लपेटा हुआ था. उनकी सुरक्षा के लिए कई पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे. जानकारी के मुताबिक संतो ने उन्हें 'कमला' नाम दिया है.
मंत्र जाप करेंगी लॉरेन
अगले तीन हफ्ते तक 61 वर्षीय समाजसेवी निरंजनी अखाड़े के कैलाशानंद गिरि महाराज की कथा सुनेंगी और 10 दिनों तक कल्पवास के नियमों का पालन करेंगी. इन 10 दिनों में वह प्रतिदिन सुबह-सुबह पवित्र नदी में स्नान करेंगी, ध्यान करेंगी, मंत्र जाप करेंगी और शास्त्र पढ़ेंगी.