रांचीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड एटीएस की टीम के द्वारा आतंकी संगठन अलकायदा के झारखंड मॉड्यूल का खुलासा तो कर लिया गया है, लेकिन इसके पीछे की पूरी कहानी आनी भी बाकी है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि डॉक्टर इश्तियाक अहमद के तार पाकिस्तान या फिर किसी दूसरे मुल्क से जुड़े हैं या नहीं. सुरक्षा एजेंसियां डॉक्टर के उस आका के बारे में पता लगाने में लगी है, जिसने डॉक्टर का ब्रेन वास कर उसे अलकायदा का संदिग्ध आतंकी बना दिया.
डिजिटल एविडेंस की जांच शुरू
भारत में खिलाफत घोषित करने और गंभीर आतंकी साजिश को अंजाम देने का षड्यंत्र रचा जा रहा था. सबसे खतरनाक बात यह है कि अलकायदा के इस मॉड्यूल के लगभग सभी किरदार झारखंड के रहने वाले हैं. अब तक की जांच में रांची के डॉक्टर इश्तियाक को ही इस अलकायदा मॉड्यूल का हेड बताया जा रहा है. लेकिन अभी भी कई ऐसे सवाल है जिसके जवाब सुरक्षा एजेंसियां को हर हाल में हासिल करना है. मसलन डॉक्टर कब से संगठन को खड़ा कर रहा था. उसने झारखंड के युवाओं को कैसे जोड़ा, क्या उसे पाकिस्तान या किसी दूसरे देश की सहायता मिली. या फिर वह किसी दूसरे देश गया था. ये सारी जानकारियां सुरक्षा एजेंसियां हासिल करने में लगी हुई है.
झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि गिरफ्तार अलकायदा संदिग्धों के पास से जितने भी डिजिटल एविडेंस बरामद किए गए हैं सबकी गहराई से जांच की जा रही है. एटीएस एसपी के अनुसार डिजिटल एविडेंस की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है. फॉरेंसिक जांच से कई चीजें निकलकर सामने आएंगी. वहीं रांची में डॉक्टर इश्तियाक के द्वारा ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की बात पर एटीएस एसपी ने बताया कि सबकी जांच की जा रही है. अगर ऐसी कोई बात सामने आएगी तो उन स्थानों पर भी सर्च किया जाएगा. डॉ इश्तियाक का आका कौन है वह भारतीय है या फिर विदेशी इसकी जांच भी की जा रही है.
देश में खिलाफत घोषित करने की योजना थी
गौरतलब है कि भारत में खिलाफत घोषित करने के साथ साथ गंभीर आतंकी साजिश रचने को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, भारत सरकार की केंद्रीय एजेंसियों और झारखंड सहित कई राज्यों की पुलिस की मदद से बड़ी कार्रवाई की गई है. इस कारवाई में झारखंड एटीएस ने अलकायदा इन इंडियन सब कॉटिनेंट के एक दर्जन से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. जिसमें राजस्थान में ट्रेनिंग ले रहे छह संदिग्ध भी शामिल हैं और सभी झारखंड के रहने वाले हैं. गिरफ्तार संदिग्धों में रांची के एक निजी अस्पताल में कार्यरत डॉ इश्तियाक अहमद को ही मास्टरमाइंड के तौर पर चिन्हित किया गया है.
दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के बाद खुलासा
सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पूर्व एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया था जिसका कनेक्शन झारखंड से था.
आतंकी से पूछताछ के बाद यह बात सामने आई कि झारखंड में अलकायदा का एक बड़ा मॉड्यूल तैयार किया जा रहा है. दिल्ली पुलिस की जांच में आए तथ्यों के आधार पर बुधवार की देर रात और गुरुवार को एटीएस के साथ संयुक्त टीम ने दबिश दी. सबसे पहले झारखंड के हजारीबाग से एटीएस की टीम ने फैजान अहमद को गिरफ्तार किया.