नई दिल्ली : पंजाब सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय को 70 वर्षीय किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ निर्धारित बैठक के बारे में सूचित करने के बाद, शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त समिति ने सोमवार को अपराह्न करीब 3.30 बजे उनसे मुलाकात की.
पंजाब सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने उच्चतम न्यायालय में न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह की पीठ को सूचित किया कि प्रदर्शनकारी किसानों को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) नवाब सिंह से मिलने के लिए राजी कर लिया गया है. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) नवाब सिंह शीर्ष अदालत द्वारा गठित समिति के अध्यक्ष हैं.
सिब्बल ने कहा, ‘‘हममें से कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे लोगों को आज अपराह्न तीन बजे न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) नवाब सिंह की अध्यक्षता वाली समिति से मिलने के लिए राजी करने में सफल रहे हैं. हमें उम्मीद है कि इससे गतिरोध दूर होगा. कृपया इस मामले की सुनवाई कुछ दिनों बाद करें.’’
यह सुनते ही पीठ ने कहा, ‘‘हमें आशा और प्रार्थना करनी चाहिए कि सभी को सद्बुद्धि आएगी.’’ शीर्ष अदालत ने सिब्बल से विचार-विमर्श का संक्षिप्त नोट तैयार करने को कहा तथा सुनवाई की तारीख 10 जनवरी तय की.
केंद्र का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि समिति बैठक के आए नतीजों का संक्षिप्त ब्योरा दाखिल करेगी. समिति ने बैठक के दौरान बीमार किसान नेता डल्लेवाल से चिकित्सा सहायता लेने का अनुरोध किया.
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक डल्लेवाल फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर 26 नवंबर 2024 से आमरण अनशन पर हैं. डल्लेवाल ने पंजाब सरकार द्वारा की गई चिकित्सा सहायता की पेशकश को ठुकरा दिया है. कुछ स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं उत्पन्न होने के कारण उनकी हालत बिगड़ती जा रही है.
उच्चतम न्यायालय ने 20 दिसंबर को कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला पंजाब सरकार के अधिकारियों और चिकित्सकों को लेना है. शीर्ष अदालत ने कहा कि डल्लेवाल को खनौरी सीमा पर धरना स्थल के 700 मीटर के भीतर स्थापित अस्थायी अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है.