राजनांदगांव:आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ब्रह्म लोक गमन के बाद मुनि श्री समय सागर जी महाराज उत्तराधिकारी बनाए गए हैं. समय सागर जी महाराज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के गृहस्थ जीवन के भाई हैं. महाराज ने अपने देवलोक गमन से पहले ही अपना पद त्याग दिया था. महाराज ने देव लोक गमन से पहले ही अपने उत्तराधिकारी की भी घोषणा कर दी थी. चंद्रगिरी पर्वत पर 25 फरवरी को विनयांजलि सभा का आयोजन किया जाना है.
मुनि श्री समय सागर जी महाराज होंगे विद्यासागर जी महाराज के उत्तराधिकारी, 17 साल की उम्र में ली दीक्षा
Vidyasagar Ji Maharaj जैन मुनि श्री समय सागर जी महाराज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के उत्तराधिकारी होंगे. 25 फरवरी को विद्यासागर जी महाराज की विनयांजलि सभा है. विनयांजलि सभा के माध्यम से महाराज को देशभर के जैन अनुयायी श्रद्धांजलि देंगे. Samay Sagar Ji Maharaj
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Feb 23, 2024, 5:21 PM IST
|Updated : Feb 23, 2024, 5:37 PM IST
समय सागर जी महाराज होंगे उत्तराधिकारी:आचार्य विद्यासागर जी महाराज के गृहस्थ जीवन के भाई मुनि श्री समय सागर जी महाराज अब आचार्य बनेंगे. समय सागर जी महाराज को दमोह के कुंडलपुर में उत्तराधिकार का पद दिया जाएगा. समय सागर जी महाराज को खुद आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने दीक्षा दी थी. डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर श्री समय सागर जी महाराज ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज को नमन किया और अस्थि कलश के दर्शन किए.
17 की उम्र में ली दीक्षा: मुनि श्री समय सागर जी महाराज की वर्तमान में आयु 65 साल है. 17 साल की आयु में ही समय सागर जी महाराज ने जैन धर्म की दीक्षा ले ली. आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के छोटे भाई हैं समय सागर जी महाराज. कर्नाटक के बेलगाम में जन्म हुआ. आचार्य श्री की तरह इनकी रुचि भी बचपन से ही धर्म और कर्म की रही. बचपन में माता पिता ने इनका नाम शांतिनाथ जैन रखा था. जैन धर्म की दीक्षा लेने पर इनका नाम श्री समय सागर जी महाराज हो गया. छह भाई बहनों में समय सागर जी महाराज सबसे छोटे रहे. समय सागर जी महाराज ने सबसे पहले जैन धर्म में जो झुल्लक दीक्षा होती है उसे ग्रहण किया. महाराज ने इसके बाद एकल दीक्षा छतरपुर में ली. छतरपुर में ही महाराज ने मुनि दीक्षा हासिल की. मुनिश्री समय सागर जी महाराज अब जैन समाज के संत सिरोमणि यानि आचार्य का पद लेंगे.