रुद्रप्रयाग:केदारनाथ धाम को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए जिला प्रशासन स्तर पर तैयारियां तेज हो गई हैं. इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर भी प्लास्टिक कचरे को लेकर विशेष निगरानी की जाएगी. हर वर्ष केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन धाम के पर्यावरण को सुरक्षित रखने को लेकर क्यूआर कोड के माध्यम से प्लास्टिक पैकिंग पेय व खाद्य पदार्थों की बिक्री करवायेगा. साथ ही ग्राहक से ली गई अतिरिक्त धनराशि खाली प्लास्टिक बोतल व केन को जमा करने पर ऑनलाइन खाते में रिफंड हो जाएगी. यात्रा के पहले चरण में गुप्तकाशी से केदारनाथ तक 4 आरबीएम मशीन व 50 साउंड बॉक्स लगाए जाएंगे.
केदारनाथ धाम यात्रा मार्गों पर सफाई व्यवस्था बेहतर रखने को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है. जिला प्रशासन ने हैदराबाद की रिसाइकिल संस्था ने अनुभूति वेलफेयर ने यात्राकाल में केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर धाम तक खाली प्लास्टिक की बोतल, केन व अन्य प्लास्टिक कूड़ा का व्यवस्थित तरीके से संग्रहण की योजना बनाई है. यात्रा में पहले दिन से ही केदारघाटी के बाजारों से लेकर गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते की दुकानों में क्यूआर कोड उत्पाद, प्लास्टिक पैकिंग वाले विशेषकर उत्पादों की बिक्री अनिवार्य की गई है. प्लास्टिक की खाली बोतलों के संग्रहण के लिए फाउंडेशन, मैखंडा, सीतापुर, सोनप्रयाग और केदारनाथ गोल चैक में आरबीएम मशीन (रिवर्स वेंडिंग मशीन) स्थापित की जाएगी. ये मशीन ऑनलाइन काम करेगी.
पैदल मार्ग से धाम तक 50 स्थानों पर साउंड बॉक्स लगाए जाएंगे. संस्था की प्रोजेक्ट मैनेजर सुषमा देवी ने बताया क्यूआर कोड वाले उत्पाद खरीदते समय ग्राहक से दस रुपये अतिरिक्त लिए जाएंगे. यात्री जब खाली प्लास्टिक की बोतल या केन जमा करेगा, तो आरबीएम मशीन या साउंड बॉक्स में उसे अपना मोबाइल नंबर अंकित करना होगा. मोबाइल नंबर के अंकित होते ही फोन पर एक ओटीपी आएगा, जिसके माध्यम से क्यूआर कोड स्टीकर को स्कैन किया जाएगा. बोतल या केन को मशीन में या बॉक्स में लगे कूड़ादान में डाल दिया जाएगा. इसके दो से तीन मिनट में रिफंड राशि खाते में जमा हो जाएगी. रिसाइकिल संस्था की ओर से गुप्तकाशी से केदारनाथ तक अलग से नौ संग्रहण केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे. जहां यात्री खाली प्लास्टिक की बोतलें व अन्य प्रकार का प्लास्टिक कचरा जमा करा सकेंगे.