पटनाःबिहार में एनडीए सरकार बनने के बाद आरजेडी ने पहली बार पार्टी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमारके उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ये लोग पब्लिसिटी में लगे हुए हैं और क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं. मनोज झा ने ये भी खुलासा किया कि 4 लाख नौकरी देने की बात पर ही 2022 में जेडीयू के साथ सरकार बनाने की डील हुई थी. जब हमलोग सरकार बनाने जा रहे थे, उसी समय तेजस्वी ने नौकरी की शर्त रख दी थी.
लाखों नौकरियां मिलने पर हुई बिहार की चर्चाः नीतीश कुमार ने 17 साल अलग से भी शासन किया है. बिहार कि चर्चा पूरे देश में कई अन्य कारणों से हुआ करती थी, लेकिन जब पहली बार बिहार की चर्चा हुई जब लाखों लोगों को नौकरियां मिली. ये उनका (तेजस्वी यादव) कमिटमेंट था, 17 महीने में 4 लाख नौकरियां दी गईं. 17 बरस बनाम 17 महीने में क्या हुआ आप सब जानते हैं. बिहार का युवा किसी भी जाती धर्म का हो आज हताश है, सरकारें क्यों बनती है?, रोजगार, सड़कों का जाल बिछाया गया. आरक्षण की प्रतिबध्यता के लिए सबसे पहले जातीय गणना हुआ, आरक्षण का दायरा बढ़ा. अब गेंद केन्द्र के पाले में है.
"नीतीश कुमार कह रहे या कहवाएं जा रहे है, मुझे पता नहीं, लेकिन मैं हर मीटिंग का साक्षी रहा हूं. ज्यादा बोलना उचित नहीं होगा, कई चेहरों के नकाब उतर जाएंगे. नीतीश कुमार ने 2022 में लालू और तेजस्वी से संपर्क किया था, कि हमारी पार्टी को भाजपा तोड़ने की कोशिश कर रही है, मैं बड़ा परेशान हूं, असहज हूं. लालू प्रसाद को लगा इनको प्रोटेक्ट किया जाय, लेकिन तेजस्वी यादव की शर्त थी कि अगर हम साथ आते हैं तो हमारी पहली प्राथमिकता बिहार के युवाओं को रोजगार देने की होगी, क्योंकि 10 लाख नौकरी देने का वादा हमारे चुनावी घोषणापत्र में है"- मनोज झा, आरजेडी सांसद
स्वास्थ्य विभाग में भी सृजित कर चुके हैं पदः मनोज झा ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार स्वास्थ्य विभाग में एक लाख 35 हजार से ज्यादा पद सृजित कर चुके हैं. ऐसे में नीतीश कुमार इसे खारिज न करें. दो महीने के अंदर इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा करें. एक लाख शिक्षिकों की नियुक्ति पर भी ध्यान दें, 30 से 40 दिनों में इसे पूरा करें. बिहार की भलाई के अलावा हमारी पार्टी का कोई एजेंडा नहीं है. इसके अलावा अन्य विभागों में भी रिक्तियां चिन्हित है. इस पर कुठाराघात न करें, तो बिहार के युवाओं को सपने देखने का मौका मिलेगा.
'आशाकर्मियों की फाइल तेजस्वी ने बढ़वाया': आशाकर्मियों की फाइल को तेजस्वी यादव ने बढ़वाया थाआशा और ममता कर्मियों के मानदेय को कैबिनेट में रोक दिया गया, फाइल पर हस्ताक्षर हो चुका है, आपको तेजस्वी यादव से परेशानी है, आप उनसे राजनीतिक लड़ाई लड़िए, वो तो उस मिट्टी के बने हैं, झुकेंगे नहीं. लेकिन आशा-ममता कर्मियों का जो मानदेय बढ़ चुका है, उसे रोकने की कोशिश ना करें. मनोज झा ने कहा कि कुछ दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने मोइनुल हक स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने का फैसला लिया था, नीतीश कुमार उसे पूरा करें. पांच सितारा होटल का कायाकल्प, निवेश और कई सारी चीजें हो चुकी थीं.