नई दिल्ली: रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी के संचालन को करीब चार महीने पहले निलंबित किए जाने से प्रशिक्षु पायलट के रूप में नामांकित छात्रों ने अपने भविष्य को लेकर चिंता जताई है. बता दें कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने लगभग चार महीने पहले रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी के संचालन को निलंबित कर दिया था, क्योंकि पिछले साल कुछ दुर्घटनाओं के बाद भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था.
इस बीच, मंगलवार को रेडबर्ड एविएशन की ओर से देर रात किए गए एक ट्वीट में कहा गया कि हमें "हमारे रखरखाव अनुमोदन की पुन: प्रमाणन प्रक्रिया के सफल समापन और हमारे उड़ान प्रशिक्षण संचालन को फिर से शुरू करने की घोषणा करते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है. बता दें, यह ट्वीट नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी के संचालन को निलंबित करने के लगभग चार महीने बाद आया. अक्टूबर 2023 में DGCA ने कंपनी में कमियां पाए जाने के बाद सभी ठिकानों पर रेडबर्ड फ़्लाइट ट्रेनिंग अकादमी के संचालन को निलंबित कर दिया था, क्योंकि अकादमी के विमान दो क्रैश-लैंडिंग में शामिल थे.
वहीं, इस ट्वीट के बाद ईटीवी भारत द्वारा एक्सेस की गई व्हाट्सएप चैट के अनुसार, जिन छात्रों ने संचालन फिर से शुरू होने का सबूत मांगा, उनमें से कई को ना तो कोई जवाब दिया गया और उन्हें रेडबर्ड के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से भी हटा दिया गया. ईटीवी भारत के संवाददाता से बात करते हुए, रेड बर्ड में नामांकित एक प्रशिक्षु पायलट ने कहा कि 'जब हमें भी यह अपडेट मिला कि परिचालन फिर से शुरू हो रहा है, तो हमें बेहद खुशी हुई क्योंकि हम सभी पिछले चार महीनों से इसका इंतजार कर रहे थे. लेकिन, वहां अभी भी आधिकारिक पत्र को लेकर भ्रम की स्थिति है. इसलिए, जब कुछ छात्रों ने व्हाट्सएप ग्रुप पर डीजीसीए से आधिकारिक पत्र मांगा, तो एडमिन ने उन्हें ग्रुप से हटा दिया.'