श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और सांसद आगा रूहुल्लाह मेहदी ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी. उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि उन्हें जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे के लिए संसद में प्रदर्शन करना चाहिए था. मेहदी ने कहा कि मुख्य संघर्ष अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जे की बहाली के लिए था.
यह बात अब्दुल्ला की ओर श्रीनगर में अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में आरक्षण के मुद्दे पर छात्रों के साथ उनके घर के बाहर प्रदर्शन करने पर प्रतिक्रिया देने के बाद कही गई है. उन्होंने कहा कि यह पार्टी में लोकतांत्रिक संस्कृति को दर्शाता है, लेकिन उन्होंने संसद में राज्य के दर्जे की मांग के लिए इसी तरह के प्रदर्शन की मांग की.
श्रीनगर के सांसद ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना अपमान का एक सोचा-समझा कदम था और जानबूझकर हमें गहरा घाव दिया गया. उन्होंने अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला का नाम लिए बिना एक्स पर ट्वीट किया कि मुझे दिल्ली में राज्य के दर्जे के लिए प्रदर्शन करने की इच्छा और आग्रह के बारे में बताया गया है. मैं इस तरह के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए तैयार हूं. राज्य के दर्जे को प्राथमिकता देने वालों को इसे आयोजित करने के लिए आमंत्रित करता हूं.
रूहुल्लाह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर 100 से अधिक सांसदों से समर्थन जुटाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि उनके लिए इसे आयोजित करने के लिए जनवरी से बेहतर कोई समय नहीं है, जब भारत के संविधान (वह दस्तावेज जिसने हमारे विशेष दर्जे को सुनिश्चित किया) को अपनाया गया था.