नई दिल्ली:गुजरात के मेडिकल छात्रों ने नीट दोबारा कराने (Re-NEET) और नीट-यूजी, 2024 (NEET-UG, 2024) के नतीजों को रद्द करने की मांग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. 8 जुलाई को मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की पीठ के समक्ष 26 याचिकाओं पर सुनवाई होनी है.
एक नई याचिका में याचिकाकर्ताओं ने पहले से घोषित नतीजों के आधार पर मेडिकल प्रवेश जारी रखने की मांग की है, जिसमें परीक्षा में अनुचित तरीके अपनाने वालों को शामिल नहीं किया गया है. याचिकाकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को नीट-यूजी 2024 परीक्षा रद्द न करने का निर्देश जारी करने का आग्रह किया है. केंद्र पहले ही कह चुका है कि नीट रद्द नहीं किया जाएगा. केंद्र का कहना है कि, परीक्षा में सही तरीके से उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का करियर कदाचार की छिटपुट घटनाओं के कारण खतरे में नहीं पड़ना चाहिए.
याचिका में कहा गया है कि, नीट परीक्षा को फिर से आयोजित करने की अनुमति देना उन छात्रों के लिए अनुचित होगा, जिन्होंने पहले ही निष्पक्ष तरीकों से परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है. याचिका में जोर देकर कहा गया है कि दोबारा परीक्षा कराने से अनुच्छेद 14 और 21ए के तहत उनके मौलिक अधिकारों का भी उल्लंघन होगा, क्योंकि याचिकाकर्ताओं ने परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए कड़ी मेहनत की है.