बलौदाबाजार में बवाल करने वाले 82 लोग पहुंचे हवालात, एक्शन में आए नए कलेक्टर और एसपी साहब - Balodabazar violence case
बलौदाबाजार में हिंसा और आगजनी करने के आरोप में पुलिस ने अबतक 82 लोगों को गिरफ्तार किया है. सरकार ने हिंसा रोकने में नाकाम साबित हुए पूर्व कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है. बलौदाबाजार में शांति बहाली के लिए अब नए कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी विजय अग्रवाल मैदान में उतरे हैं.
बलौदाबाजार: हिंसा और आगजनी की घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हुए कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद सिंह को जिले से हटा दिया है. उनकी जगह पर नए कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी विजय अग्रवाल को तैनात किया गया है. नए अफसरों की जोड़ी ने आते ही ताबड़तोड़ बैठक लेकर साफ कर दिया है कि हिंसा के खिलाफ सरकार का सख्त एक्शन जारी रहेगा. साथ ही दोनों अफसरों ने लोगों से शांति की अपील और विकास में भागीदार बनने की गुजारिश भी की है.
एक्शन में आए नए कलेक्टर और एसपी साहब (ETV Bharat)
''हिंसा बर्दाश्त नहीं, शांति के लिए साथ आएं'':पदभार ग्रहण करते ही नए कलेक्टर और एसपी दोनों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील जारी की है. अफसरों ने कहा कि प्रदेश के विकास और तरक्की के लिए शांति और काम जरुरी है. कलेक्टर ने कहा कि जल्द ही संयुक्त जिला कार्यालय को दुरुस्त कर लिया जाएगा. अफसरों ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है.
एक्शन में आए नए कलेक्टर और एसपी साहब (ETV Bharat)
पूर्व कलेक्टर और एसपी पर गिरी गाज:बलौदाबाजार में हुई हिंसा को भांपने और उसे रोक पाने में नाकाम रहे एसपी और कलेक्टर दोनों पर सरकार ने सख्त एक्शन लिया है. मंगलवार देर रात दोनों का ट्रांसफर आर्डर सरकार ने जारी कर दिया. नए आदेश के मुताबिक कुमार लाल चौहान को गृह मंत्रालय में प्रशासन के विशेष सचिव के रूप में स्थानांतरित किया गया है. पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार को दूसरे विभाग में भेज दिया गया है.
बवाल पर ब्रेक, सियासत फुल: बलौदाबाजार में हुई हिंसक घटना के बाद प्रदेश का सियासी पारा भी हाई हो चुका है. भूपेश बघेल से लेकर नेता प्रतिपक्ष तक सरकार को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं. अब कांग्रेस की ओर से विधायक देवेंद्र यादव ने एक बार फिर मोर्चा संभाल लिया है. देवेंद्र यादव ने सीधे सीधे सरकार का इस्तीफा मांगा है. देवेंद्र यादव ने कहा है कि जिस तरह से हिंसा हुई और उसे रोकने में पुलिस नाकाम साबित हुई वो शर्मनाक है. सरकार में इनको बने नहीं रहना चाहिए. कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि हिंसा की घटना निंदनीय है. दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है.
पटरी पर लौट रही है जिंदगी:हिंसा के दो दिन बाद अब धीरे धीरे प्रभावित इलाके में लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट रही है. स्थानीय लोग अब यहां आकर घटना के दिन हुई हिंसा और उसके बाद जली गाड़ियों के मलबे को देख रहे हैं. आस पास रहने वाले लोग भी चाहते हैं कि जल्द शांति हो और फिर से दुकानें खुलें. रोज कमाने खाने वालों के पेट पर कोई आफत नहीं आए.
व्यापारियों में गुस्सा, बंद को किया स्थगित:आगजनी और हिंसक घटनाओं के बाद बलौदबाजार के व्यापारी गुस्से में हैं. नाराज व्यापारियों ने घटना के विरोध में बंद का आह्वान किया था. पर धारा 144 लागू होने के चलते शुक्रवार को बुलाए गए बंद को स्थगित कर दिया है.
मुंगेली में भी अलर्ट पर पुलिस: मुंगेली में कानून व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए कलेक्टर राहुल देव और एसपी गिरिजाशंकर जायसवाल लगातार चौकसी बरत रहे हैं. बलौदाबाजार की घटना के बाद मुंगेली में भी प्रशासन एहतियात बरत रहा है. प्रशासन ने सोशल मीडिया में गलत और भड़काउ जानकारी पोस्ट करने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.