रुड़की:प्यार... ढाई आखर के इन शब्दों को साकार करना आसान नहीं है. प्यार में पड़े लोग इन शब्दों को मूर्त रूप देने के लिए कुछ भी कर गुजरने से नहीं गुजरते हैं. ऐसा ही कुछ रजत ने किया है. रजत... जी हां... ये वहीं नाम है जो दो साल पहले क्रिक्रेटर ऋषभ पंत के कारण चर्चाओं में आया था. रजत ने एक्सीडेंट के दौरान ऋषभ पंत की जान बचाई थी, मगर अब खुद रजत मौत से जिंदगी की जंग लड़ रहा है. क्या है इसकी वजह, आइये आपको विस्तार से बताते हैं.
दरअसल भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान बचाने वाले रजत कुमार ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जिसमें प्रेमिका की मौत हो गई. वहीं रजत रुड़की के झबरेड़ा में स्थित एक निजी हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. रजत का इलाज कर रहे चिकित्सक ने रजत की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई है. बताया जा रहा है कि एक दो दिन में ऋषभ पंत भी रजत को देखने के लिए झबरेड़ा आ सकते हैं.
ऋषभ पंत की बचाई थी जान:बताते चलें कि 30 दिसम्बर 2022 को ऋषभ पंत अपनी कार में सवार होकर दिल्ली से रुड़की अपने घर वापस आ रहे थे, जैसे ही वह रुड़की से पहले मंगलौर के पास पहुंचे तो ऋषभ पंत की मर्सीडीज कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में ऋषभ पंत गंभीर रूप से घायल हो गए थे. वहीं इस दुर्घटना के दौरान वहां से गुजर रहे दो युवक रजत कुमार और निशु ने तत्काल ही ऋषभ को घायल अवस्था में कार से बाहर निकाल कर पास के ही एक निजी अस्पताल पंहुचाया. जिसकी वजह से ऋषभ को समय से इलाज मिल पाया और उनकी जान बच गई.
रजत ने प्रेमिका के साथ खाया जहर:जानकारी के मुताबिक रजत कुमार ने तीन दिन पहले अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर जहर खा लिया था. जिसके बाद दोनों की हालत बिगड़ती देख उन्हें रुड़की के पास झबरेड़ा में स्थित प्रज्ञा हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया. हालांकि, लड़की की गंभीर हालत को देखते हुए हॉस्पिटल के डॉक्टर ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया था.
डॉक्टर्स ने बताया रजत की हालत खतरे से बाहर: वहीं हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉक्टर दिनेश त्रिपाठी ने बताया रजत और मनु को जब हॉस्पिटल लाया गया था तो उस समय दोनों में से मनु की हालत ज्यादा गंभीर थी. जिस पर लड़की को हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन उन्हें जानकारी मिली है कि मनु के परिजन उसे हायर सेंटर ले जाने के बजाय घर ले गए. वहां उसका इलाज कराना चाहा. अगले दिन उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया रजत का इलाज उनके हॉस्पिटल मे चल रहा है और फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है लेकिन रजत अभी बात करने की स्थिति में नही है. डॉक्टर दिनेश त्रिपाठी ने बताया रजत और उसकी प्रेमिका विवाह करना चाहते थे, मगर परिजनों की नाराजगी की वजह से विवाह हो नहीं पा रहा था, इसी से आहत होकर दोनों ने आत्मघाती कदम उठाया.
ऋषभ पंत आ सकते हैं झबरेड़ा:डॉक्टर दिनेश त्रिपाठी ने बताया घटना यूपी के पुरकाजी की है, मगर फिर भी इनके परिजन उन्हें हमारे हॉस्पिटल में इलाज के लिए लेकर आए थे. इस तरह के केस हैंडल करने के मामले में हमारे हॉस्पिटल की विशेषज्ञता है. डॉक्टर दिनेश त्रिपाठी ने बताया ऋषभ पंत को रजत के साथ हुई घटना के बारे में पता चल गया है. उनके पीए ने उन्हें फोन पर बताया कि ऋषभ पंत रजत को देखने के लिए एक या दो दिन में झबरेड़ा आ सकते हैं.
डॉक्टर्स कर रहे हैं रजत का इलाज (SOURCE: ETV BHARAT) दरअसल ऋषभ पंत का जब एक्सीडेंट हुआ था तब उन्हें लगा था कि जैसे मेरा समय इस दुनिया में अब खत्म हो गया है, यह बात उन्होंने बाद में इलाज के दौरान कही थी, दुर्घटना के समय पास ही फैक्ट्री में काम करने वाले रजत और निशु ही ऋषभ को उनकी कार में से किसी तरह से निकाल कर अस्पताल ले गए थे, बाद में ऋषभ ने दोनों युवको को एक-एक स्कूटर गिफ्ट में दिया था.
झबरेड़ा थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा ने बताया कि उनकी जानकारी में यह मामला बुधवार को ही आया है. थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज नही कराई गई है. उनकी जहर खाने की घटना यूपी के पुरकाजी स्थित बुच्चा बस्ती गावं की है, इसलिए वहीं की पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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