नई दिल्ली:भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. यह प्रतिदिन बड़ी संख्या में सीट और बर्थ रिजर्वेशन को संभालता है. इतना ही नहीं यात्रियों के लिए आरामदायक और परेशानी मुक्त सफर बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में कई अलग-अलग तरह के कोटा और आरक्षण तैयार किए हैं. भारतीय रेलवे में जनरल, लेडीज, डिफेंस, पार्लियामेंट, तत्काल, प्रीमियम तत्काल, दिव्यांग और सीनियर सिटिजन, विकलांग सहित कुल तरह 19 के कोटे उपलब्ध हैं.
रेल यात्रा करने के लिए एक किफायती साधन है, इसलिए भारत में ज्यादातर लोग ट्रेन से ही सफर करते हैं. रेल से लगभग हर उम्र के लोग यात्रा करते हैं. ऐसे में आज हम आपको ट्रेन में सीनियर सिटिजन्स को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बता ने जा रहे हैं. इसमें लोअर बर्थ कोटा भी शामिल है.
लोअर बर्थ कोटा क्या है?
भारतीय रेलवे में लगातार यात्रा करने वाले सीनियर सिटिजन्स को लोअर बर्थ में से किसी एक पर कन्फर्म रिजर्वेशन मिलता है. चूंकि बुजुर्ग लोगों को मिडिल या अपर बर्थ पर चढ़ने में कठिनाई होती है, इसलिए भारतीय रेलवे ने उन्हें ट्रेन में लोअर बर्थ के लिए टिकट बुक करने की सुविधा प्रदान की है.
किसे मिल सकता है सीनियर सिटीजन कोटा?
सीनियर सिटीजन कोटा 60 साल या उससे अधिक आयु वाले पुरुषों और 58 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिलाओं दोनों के लिए उपलब्ध है. हालांकि, गर्भवती महिला यात्री भी लोअर बर्थ कोटा हासिल कर सकती है. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए गर्भवती महिला को मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा. इसके अलावा 45 साल या उससे अधिक आयु की अकेले सफर कर रही महिला भी लोअर बर्थ कोटा का लाभ उठा सकती है.
सीनियर सिटिजन्स के लिए रिजर्व सीटें
रेलवे ट्रेन की कुछ बर्थ सीनियर सिटीजन्स के लिए रिजर्व रखता है. अगर हम स्लीपर कोच की बात करें तो इसके हर कोच में छह लोअर बर्थ सीनियर सिटिजन्स के लिए रिजर्व होती हैं. इसी तरह एसी 3 टीयर और एसी2 टीयर में तीन लोअर बर्थ सीनियर सिटीजन्स के लिए रिजर्व होती हैं. राजधानी, दूरंतो जैसी फुल एसी ट्रेन में भी सीनियर सिटीजन के लिए बर्थ रिजर्व होते हैं.