नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 14 जुलाई को महाराष्ट्र का दौरा कर सकते हैं. राहुल के दौरे से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपने अभियान की रणनीति के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे के मुद्दे पर भी विचार-विमर्श करेगी.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस दक्षिणी राज्यों तेलंगाना और कर्नाटक में आजमाएं गए मॉडल की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव से पहले सोशल वेलफेयर गारंटी को आधार बनाकर अभियान शुरू करना चाहती है. पिछले साल कांग्रेस ने दोनों दक्षिण राज्यों में अपनी सोशल गारंटी के जरिये सत्ता में वापसी की थी.
इसके अलावा कांग्रेस महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटों में से बड़ा हिस्सा चाहती है. महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी-एसपी शामिल हैं. समस्या यह है कि कांग्रेस और एनसीपी ने महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव में क्रमशः 147 और 141 सीटों पर गठबंधन में चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार एमवीए में शिवसेना (उद्धव गुट) भी शामिल है. सहयोगी दलों के बीच अनौपचारिक चर्चा के अनुसार, कांग्रेस को लगभग 120 सीटें, शिवसेना (यूबीटी) को लगभग 80 सीटें और एनसीपी (शरद पवार गुट) को लगभग 80 सीटें मिल सकती हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पार्टी की राज्य इकाई 11 और 12 जुलाई को दो दिवसीय बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा करेगी. इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रभारी रमेश चेन्निथला सत्र की अध्यक्षता करेंगे. दुआ ने कहा कि एमवीए एकजुट है और इस बार विपक्षी गठबंधन के सत्ता में आने की बहुत मजबूत संभावना है.
शरद पवार ने राहुल गांधी को आषाढी वारी यात्रा में किया आमंत्रित
पार्टी सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेता 14 जुलाई को राहुल गांधी की यात्रा से पहले चुनाव अभियान और सीट बंटवारे के मुद्दों पर आंतरिक दृष्टिकोण को मजबूत करना चाहते हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पंढरपुर में समाप्त होने वाली प्रसिद्ध आषाढी वारी यात्रा में भाग लेंगे. सूत्रों ने कहा कि एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने खुद राहुल गांधी को इस वार्षिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है क्योंकि इससे मतदाताओं के बीच सकारात्मक संदेश जाएगा. शरद पवार ने ही इस यात्रा की शुरुआत की थी. सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य के नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं.