कटरा: जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी के भक्तों को सुगम यात्रा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट का स्थानीय लोग जमकर विरोध कर रहे हैं. प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ कटरा में 72 घंटे के बंद का आह्वान किया गया. विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन भी महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है और पूरे दिन वे कटरा शहर के शालीमार पार्क में विरोध प्रदर्शन करती रहीं.
विरोध प्रदर्शन के तौर पर शाम के समय कटरा में महिलाओं ने अपने घरों के बाहर ढोल और स्टील के बर्तन बजाकर अपनी आवाज बुलंद की. संघर्ष समिति की एक सदस्य ने कहा, "जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और रोपवे परियोजना बंद नहीं हो जाती, तब तक यह बंद नहीं होगा. महिलाएं शुक्रवार को भी सिर पर काला दुपट्टा बांधकर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगी." लोगों ने परियोजना के निर्माण के खिलाफ नारे लगाए और संघर्ष समिति के 18 सदस्यों की रिहाई की मांग की, जिन्हें कल हिरासत में लिया गया था.
इस आंदोलन का आह्वान स्थानीय संगठनों ने किया है. इस विरोध प्रदर्शन में भारी संख्या में लोग शामिल हुए. लोगों का कहना है कि इस परियोजना से करीब 40 हजार लोगों की रोजी-रोटी खत्म हो जाएगी. सरकार कटरा के लोगों को मुद्दे से भटका रही है.
कटरा में रोपवे के विरोध में लोगों का प्रदर्शन लगातार जारी है. कटरा में व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से ही पूरी तरह से बंद रहा. प्रदर्शनकारी शालीमार पार्क पर जुटे और जुलूस के रूप में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान जब प्रदर्शनकारी कटरा के बाजार में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे तो उन्हें पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
पूर्व मंत्री और विधायक भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री जुगल किशोर ने कहा कि 72 घंटे का बंद जारी रखा जाएगा. उन्होंने कटड़ा पुलिस से सवाल किया कि प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के कारणों का जवाब दिया जाए. उन्होंने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि इससे माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया. प्रदर्शनकारी रोपवे के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आक्रोशित हैं. इस योजना को पूरी तरह से निलंबित करने की मांग कर रहे हैं. कटरा में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हालात को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं.