नई दिल्ली :हिमाचल प्रदेश इकाई में गुटबाजी से चिंतित वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य के नेताओं से एकजुट होने, एक-दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक झगड़ों से बचने और सभी चार लोकसभा सीटें जीतने के लिए भाजपा से मिलकर लड़ने का आग्रह किया है.
2022 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व करने वाली प्रियंका ने एआईसीसी के राज्य प्रभारी महासचिव राजीव शुक्ला, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, राज्य इकाई प्रमुख प्रतिभा सिंह, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और के साथ वरिष्ठ नेताओं के साथ शनिवार को राष्ट्रीय चुनाव रणनीति की समीक्षा की.
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने ईटीवी भारत को बताया, 'हमने लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की. प्रियंका गांधी चाहती हैं कि बीजेपी से मुकाबले के लिए राज्य की टीम एकजुट हो. हम सभी मिलकर काम करने जा रहे हैं और हमारा लक्ष्य राज्य की सभी चार संसदीय सीटें जीतना है. सभी को पार्टी के अभियान में योगदान देना चाहिए जो पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार की विफलताओं पर केंद्रित होगा.'
उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस के घोषणापत्र का संदेश फैलाने के लिए हम आने वाले हफ्तों में सभी घरों तक पहुंचने का प्रयास करेंगे. लोगों ने विधानसभा चुनावों में पार्टी की सामाजिक कल्याण गारंटी पर विश्वास किया और हमें सत्ता में भेजा. वे आगामी राष्ट्रीय चुनावों में भी हमारा समर्थन करेंगे.'
भाजपा ने 2019 में हिमाचल प्रदेश की सभी चार लोकसभा सीटें मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर और शिमला जीती थीं. बाद में प्रतिभा सिंह ने 2021 में मंडी लोकसभा उपचुनाव जीता था. हालांकि पार्टी की योजना तीन सीटों पर नए चेहरों को मैदान में उतारने की है. भाजपा उम्मीदवार अभिनेत्री कंगना रनौत का मुकाबला करने के लिए मंडी में प्रतिभा सिंह को दोहराने पर आम सहमति है.
हाल ही में, प्रतिभा सिंह के बेटे और राज्य मंत्री विक्रमादित्य सिंह नियमित रूप से कंगना पर निशाना साध रहे हैं, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि उन्हें पार्टी के गढ़ मंडी से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामित किया जा सकता है.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि आलाकमान को 1 जून के मतदान के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने में कोई जल्दी नहीं है, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि सहयोगी आप भाजपा का मुकाबला करने के लिए उम्मीदवारों को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के लिए उन पर दबाव डाल रही थी.